गुमनाम पतझड़ के (Gumnam Patajhad ke)

मै गुमनाम बन चला इस पतझड़ के (Gumnam Patajhad ke)किस करीनों से कहूँ क्या गुमशुम व्यथाएँ ?तस्वीर भी टूटी किस दर्रा में फँसी जाखोजूँ , विकलता के किस ओर गयी … Read More

Self respect: स्वयं को एक वीर योद्धा बनाए…

स्वयं को एक वीर योद्धा बनाएकोई मजाक में भी आपसेदुस्साहस करने का ना साहस दिखाएंअपने व्यक्तित्व को सभ्यता औरसंस्कारों के आभूषण से सजाएंआपके व्यवहार से परिचितआपके मित्रों के भाव में … Read More

Har koi ulajha hai: हर कोई उलझा है अपनी ही उलझनों में: सिमरन स्वराज

Har koi ulajha hai: हर कोई उलझा है अपनी ही उलझनों मेंना किसी के जीवन को और उलझाएंऔरों के लिए षड्यंत्र रचने से भलास्वयं के लिए कुछ बेहतर कर दिखाएंअपनी … Read More

Bharat ki gaurav gatha: आओ सुनाए तुम्हे, भारत की गौरव गाथा

भारत की गौरव गाथा:(Bharat ki gaurav gatha) रेणु तिवारी “इति” आओ सुनाए तुम्हे, भारत की गौरव गाथाभारत की गौरव गाथासोने की चिड़िया प्यारी थी,जिस पर अंग्रेजो ने डेरा डाला थाजकड़ … Read More

Daughter she is a blessing: बेटी वो आशीर्वाद है, जो मिलती है नसीबों से

बेटी वो आशीर्वाद हैजो मिलती है नसीबों सेमां के कामों में हाथ बटातीतो पापा के कंधे से कंधा मिलातीदुनियां के लिए सख़्त,मजबूत सीपरिवार के लिए भावनाओ की पोटली सीघर के … Read More

Thoughts of writer: यह तड़प नहीं, विडंबना है, जो हर कोई ढोंग कर ही लेता है इस तमाशा में…

चक्रव्यूह रक्तोच्चार अँधेरे की लपटों छाया में घिराउजालों का आतम था न बिखराकिस – किस रन्ध्रों में ढूढ़ते थे कभी ?क्या , कभी , किसी को न मिला कभी ?बढ़ … Read More

Daughter’s day: हर रिश्तों में खास होती हैं बेटियाँ

बेटी दिवस(Daughter’s day) Daughter’s day: हर रिश्तों में खास होती हैं बेटियाँ,माँ बाप के दिल के पास होती हैं बेटियाँ.दो परिवारों को जो एक कर दें,ऐसी मजबूत कड़ी होती हैं … Read More

Balika vadhu: ये कैसा समाज; जो एक छोटी बिटिया को ही बालिका वधू बना देता है: आशीष बादल

बालिका वधू (Balika vadhu) जिसके हाथ में खेलने के लिए गुड़िया होनी चाहिए,उस मासूम को गुड़िया बना के बैठा देता है..ये कैसा निर्लज्ज समाज है आज कल का,जो एक छोटी … Read More

Answer if possible: हो सके तो जवाब दे जाना: रेणु तिवारी “इति”

हो सके तो जवाब दे जाना(Answer if possible) सुना है हिसाब के बड़े पक्के होकिसी का बकाया नहीं रखते?तो फिर लौटा जाना मेरे ख़्वाबलौटा जाना इंतजार की वो घड़ियांलौटा जाना … Read More

Ye dil mera: ये सुनहरा दिल मेरा, आखिर पत्थर बन ही गया

ये सुनहरा दिल मेरा (Ye dil mera)आखिर पत्थर बन ही गयाबात बात पर जो भावों से बहता थाआज बर्फ की सख़्त चादर बन ही गयाजिसकी जैसी जरूरत वैसा बहलाया उसनेना … Read More