Importance of time: सोचा था जो कर दिखलाऊंगा वो तो बस ख्वाबों में ही रह गया

!! समय !!(Importance of time) Importance of time निकल गया, निकल गयासमय हाथ से निकल गयासोचा था जो कर दिखलाऊंगावो तो बस ख्वाबों में ही रह गयानिकल गया, निकल गयासमय … Read More

water conservation: मत करो प्रदूषित नदियों, झीलों और तालाबों को..

!! जल संरक्षित !!(water conservation) water conservation जीवन का नींव जल है,जल बिना न उत्तम कल है,बिना जल मरना पल-पल है,बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है। बिना जल कोई भी प्राणवान,अंध … Read More

Desh ki bagia: हमारा भारत बहुत प्यारा, न्यारा न्यारा सबसे प्यारा: सुमन भारती

!! देश की बगिया !!(Desh ki bagia) Desh ki bagia: हमारा भारत बहुत प्यारान्यारा न्यारा सबसे प्याराकहीं जाति के धर्म रहते यहांहिंदू मुस्लिम सिख इसाईगोरखा मद्रासी मिलजुल के यहांयहां कई … Read More

Hind himalay: हिन्द हिमालय के तस्वीर रचाएँ जग में: वरुण सिंह गौतम

Hind himalay: हिन्द हिमालय के तस्वीर रचाएँ जग मेंकर शृंगार खड़ी धरती निहारती अरुण के पथ सतरंगी इन्द्रधनुष रचे अम्बर के कोने मेंकोटि – कोटि नमन करें हम मातृभूमि की … Read More

Koshish: अश्कों का सैलाब बहाए तू क्यों खुद से रूठा रूठा हैं: अनुराधा रानी

!! कोशिश !!(Koshish) Koshish: अश्कों का सैलाब बहाए तू क्यों खुद से रूठा रूठा हैं,मायूसी के घर में बैठ तू क्यों बुझा-बुझा सा हैं,नाकामयाबी के डर ने तुझे कितना बेरहम … Read More

महीना – जनवरी अपने में खास (January is special in itself)

जनवरी माह (January is special in itself) सबसे पहले जनवरी के प्रथम दिन ही अंग्रेजी (January is special in itself) नववर्ष की धूम रहती है दूनिया भर में लोग आपस … Read More

Watan meghvarna si: भारत ! कोई मुझसे पूछा, आखिर क्या है यह ?: वरुण सिंह गौतम

!! वतन मेघवर्ण – सी…..!! (Watan meghvarna si) Watan meghvarna si भारत ! कोई मुझसे पूछा , आखिर क्या है यह ?मैं असमंजस में ठहरा , त्वरित गया इति के … Read More

हे माँ शारदा; (Maa sharda)नाम तो कई हैं तेरे…..

!! हे माँ शारदा !!(Maa sharda) हे माँ शारदा !!(Maa sharda)नाम तो कई हैं तेरेकोई कहें भारती, धवला, विधात्री, धनदा, श्रीकोई वाणी, गिरा, गो, ब्राह्मी, इला स्वरूपींहर बरस होती तेरी वन्दन … Read More

Suicide-Why? तू हार नहीं सकती ज़िंदगी, तेरा सफ़र अभी बाकी है: अनुराधा रानी

!! आत्महत्या-आख़िर क्यों? !!(Suicide-Why?) Suicide-Why? तू हार नहीं सकती ज़िंदगी ,तेरा सफ़र अभी बाकी है,कोयले से हीरा बनने का तू ख़ुद बैसाखी है,क्यों बेबस कर रहा है ख़ुद को इतना,अभी … Read More

Varun Singh Gautam: फूल बरसे या चन्द्रहास, कौन कहें फिर कोमल या तेज धार…..

!! बहुरि अकेला भव में !! नव्य शैशव हुए कितने वीरानप्लव – प्लव – प्लावित मायाअब इस पुलिन की क्या कसूर ?जग – जग हुँकार अब भी त्राण कौन सुने … Read More