Earth day-2024: पृथ्वी और प्रकृति का विकल्प नहीं है: गिरीश्वर मिश्र

 Earth day-2024: पृथ्वी, धरती, वसुंधरा, भूमि आदि विभिन्न नामों से जाने जाने वाली सता को हजारों साल से माता कहा जाता रहा है । अथर्ववेद के पृथ्वी सूक्त में माताभूमि: पुत्रोहं … Read More

Public Manifesto: देश क्या चाहे ? एक जन-घोषणा पत्र

 Public Manifesto: अंग्रेज़ी उपनिवेश के अंधे युग से मुक्ति के बाद भारत ने एक आधुनिक लोकतंत्र के रूप में सात दशकों की यात्रा पूरी की है। इस बीच उतार-चढ़ाव के … Read More

Navratra: नवरात्र मात्र उपवास और कन्याभोज नहीं है

Navratra: नवरात्र के दौरान हम माँ के हर रूप से सफलता के मंत्र सीखकर अपने भीतर के इन शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। Navratra: चैत्र मास की शुक्लप्रतिपदा … Read More

Suicide and Introspection: आत्महत्या और आत्ममंथन 

Suicide and Introspection: “आज सफलता की परिभाषा बदल चुकी है सफलता लोगों के नजर में पैसा है पर सफल व्यक्ति वही होता है जो हर तरह से संतुष्ट होकर हर … Read More

Indian Festival: मुक्त मन का उत्सव

Indian Festival: खेती-किसानी के लिए भी होली एक प्रस्थान विंदु जैसा होता है। के साथ कुछ दिन बाद चैत के महीने में वासंतिक नवरात्र के साथ भारतीय नव वर्ष शुरू … Read More

Kejriwal Arrest: केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर सबसे ज्यादा खुश कौन हो सकता है?

“यूँ ही सवाल उठ रहा”: Kejriwal Arrest Kejriwal Arrest: शराब नीति केस में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च की शाम CM आवास से ED ने गिरफ्तार कर … Read More

Education Knowledge and Morality: शिक्षा, ज्ञान और नैतिकता: गिरीश्वर मिश्र

Education Knowledge and Morality: भारत की ज्ञान परम्परा में ज्ञान या विद्या को समझाते हुए उसे क्लेशों से मुक्त करने वाला, विवेक जगाने वाला और मन में कर्तव्य का भाव … Read More

Om Namah Shivay: ऊँ नम: शिवाय !

 Om Namah Shivay: ‘शिव’ अर्थात् शुभ, कल्याण और मंगलकारी ! सभी की इच्छा जीवन में सुख, शांति और आनंद पाने की होती है। पर जीवन का यथार्थ अच्छे-बुरे, प्रिय-अप्रिय हर … Read More

Agyeya: वैचारिक स्वातंत्र्य और प्रयोगशीलता के पुरस्कर्ता

Agyeya: कुशीनगर में पुरातत्व शिविर में जन्मे अज्ञेय जीवन भर देश और विदेश में रमते और भ्रमण करते रहे। आश्चर्यजनक रूप से वैविध्य भरा और उथल-पुथल से भरा उनका जीवन … Read More

Bharat: भारत की आत्मा को पहचानने की ज़रूरत: गिरीश्वर मिश्र

अंग्रेजों ने भारत (Bharat)को इंडिया बना दिया और हमने भी संविधान में वैसे ही दर्ज किया – इंडिया दैट इज भारत !   ‘भारत’ (Bharat)और उसके सत्व या गुण-धर्म रूप ‘भारतीयता’ के स्वभाव … Read More