Guru Purnima-2024: गुरु की प्रतिष्ठा स्थापित हो!: गिरीश्वर मिश्र

Guru Purnima-2024: गुरु की झिड़की, डाँट, प्यार और दुलार सभी आशीर्वाद होता है क्योंकि उसमें शिष्य के लिए कल्याण का भाव छिपा रहता है । Guru Purnima-2024: आज की दुनिया … Read More

World Environment Day 2024: धरती, हम लोग और हमारा भविष्य: गिरीश्वर मिश्र

World Environment Day 2024: पृथ्वी सभी प्राणियों का बिना भेद-भाव के माता की तरह भरण-पोषण करती है। आज इसे भुला कर हम निर्मम भाव से इस पर्यावरण को अपने अविवेकपूर्ण … Read More

Democracy: लोकतंत्र के लिए !: गिरीश्वर मिश्र

 Democracy: जनता द्वारा, जनता का और जनता के लिए शासन के महास्वप्न को साथ लेकर लोकतंत्र की शासन-विधा आधुनिक युग में सबसे प्रबुद्ध, व्यावहारिक और विवेकशील सरकार चलाने की पद्धति … Read More

Ye Public Hai: जनता सब देख रही है !: गिरीश्वर मिश्र

            Ye Public Hai: इस बार देश में चल रहा चुनावी महाभारत कुछ ज़्यादा ही लम्बा खिंच रहा है और कई महारथी पशोपेश में पड़ते दिख रहे हैं। सेनापतियों पर शामत आ … Read More

International Labour Day 2024: श्रम से हो सार्थक जीवन 

International Labour Day 2024: भारत की सभ्यता प्राचीन काल से कर्म-प्रधान रही है। कर्म से ही सृष्टि होती है। श्रम का विलोम होता है विश्राम।ऐतरेय ब्राह्मण में श्रम का बड़ा ही मनोरम … Read More

Earth day-2024: पृथ्वी और प्रकृति का विकल्प नहीं है: गिरीश्वर मिश्र

 Earth day-2024: पृथ्वी, धरती, वसुंधरा, भूमि आदि विभिन्न नामों से जाने जाने वाली सता को हजारों साल से माता कहा जाता रहा है । अथर्ववेद के पृथ्वी सूक्त में माताभूमि: पुत्रोहं … Read More

Public Manifesto: देश क्या चाहे ? एक जन-घोषणा पत्र

 Public Manifesto: अंग्रेज़ी उपनिवेश के अंधे युग से मुक्ति के बाद भारत ने एक आधुनिक लोकतंत्र के रूप में सात दशकों की यात्रा पूरी की है। इस बीच उतार-चढ़ाव के … Read More

Navratra: नवरात्र मात्र उपवास और कन्याभोज नहीं है

Navratra: नवरात्र के दौरान हम माँ के हर रूप से सफलता के मंत्र सीखकर अपने भीतर के इन शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। Navratra: चैत्र मास की शुक्लप्रतिपदा … Read More

Suicide and Introspection: आत्महत्या और आत्ममंथन 

Suicide and Introspection: “आज सफलता की परिभाषा बदल चुकी है सफलता लोगों के नजर में पैसा है पर सफल व्यक्ति वही होता है जो हर तरह से संतुष्ट होकर हर … Read More

Indian Festival: मुक्त मन का उत्सव

Indian Festival: खेती-किसानी के लिए भी होली एक प्रस्थान विंदु जैसा होता है। के साथ कुछ दिन बाद चैत के महीने में वासंतिक नवरात्र के साथ भारतीय नव वर्ष शुरू … Read More