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Excellent performance of RPF: पश्चिम रेलवे राजकोट मंडल के रेलवे सुरक्षा बल का उत्कृष्ट प्रदर्शन

Excellent performance of RPF: ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते” के तहत, राजकोट  रेलवे सुरक्षा बल ने सीडब्ल्यूसी और गैर सरकारी संगठनों के समन्वय से अनुवर्ती कार्रवाई के साथ कुल 23 बच्चों को बचाया

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राजकोट, 15 जुलाई: Excellent performance of RPF: राजकोट मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को रेलवे संपत्ति, यात्रियों और उससे जुड़े मामलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राजकोट मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार और मंडल सुरक्षा आयुक्त कमलेश्वर सिंह के मार्गदर्शन में राजकोट मंडल के आरपीएफ कर्मी रेलवे और रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए उत्कृष्ट सेवा प्रदान कर रहे हैं।

वे जरूरतमंद यात्रियों को सहायता भी प्रदान करते हैं और देखभाल और संरक्षण की जरूरत वाले महिलाओं और बच्चों को भी बचाते हैं। जनवरी से जून 2024 तक, राजकोट मंडल के आरपीएफ ने यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम करके अनुकरणीय प्रदर्शन किया है।

आरपीएफ ने यात्रियों को उनके खोए हुए सामान, यात्रियों की जान बचाने, दलालों, बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए जनवरी से जून 2024 तक कई विशेष पहल, अभियान और ऑपरेशन चलाए हैं। 

जनवरी से जून 2024 तक ऑपरेशन “जीवन रक्षा” के तहत  राजकोट रेलवे सुरक्षा बल ने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना, अपने कर्तव्य से कहीं आगे जाकर 01 व्यक्ति की जान बचाई है। ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते” के तहत, राजकोट  रेलवे सुरक्षा बल ने सीडब्ल्यूसी और गैर सरकारी संगठनों के समन्वय से अनुवर्ती कार्रवाई के साथ कुल 23 बच्चों को बचाया और उन्हें उनके परिवारों से मिलाने में मदद की। इस वर्ष ऑपरेशन “अमानत” के तहत, आरपीएफ ने 3214211/- रु से अधिक की कीमती वस्तुएं उनके असली मालिकों को लौटाई हैं।

चोरी की गई रेलवे संपत्ति की वसूली के मामले में, बरमदगी का प्रतिशत लगभग 87% रहा है। इसके अलावा, रेलवे अधिनियम के तहत, आरपीएफ ने 4508 से अधिक मामले दर्ज किए और 594750/- रु से अधिक का जुर्माना वसूला। इस वर्ष ऑपरेशन “भूमि”के तहत 06 अतिक्रमण विरोधी अभियान भी चलाए गए।

आरपीएफ मिशन “यात्री सुरक्षा” के तहत यात्रियों के खिलाफ अपराध से निपटने के क्षेत्र में राज्य पुलिस के प्रयासों में मदद करता है। जून 2024 तक, राजकोट मंडल  के आरपीएफ ने यात्रियों की शिकायतों के निवारण के लिए रेल मदद, ट्विटर और हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से 640 से अधिक शिकायतें प्राप्त कीं और उनका निपटारा किया। वर्ष 2024 में, आरपीएफ ने 05 अपराधियों को पकड़ा है, जिन्हें कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सौंप दिया गया। मिशन “महिला सुरक्षा” के तहत, आरपीएफ ने महिला डिब्बों में यात्रा करने वाली महिलाएओ के प्रति जीरो टोलरेंस नीति के तहत काम किया जिस कारण ऐसा कोई भी मामला प्रकाश मे नहीं आया ।

Excellent performance of RPF: आरपीएफ ने 06 चयनित ट्रेनों में “मेरी सहेली” टीमों को भी तैनात किया है और अकेले यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की प्रभावी सुरक्षा के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर “ई-मेरी सहेली” अभियान शुरू किया है। “ऑपरेशन उपलब्‍ध” के तहत राजकोट  रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों को आरक्षित टिकटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संबंध में, दलालों द्वारा अवैध रूप से बुक किए गए 1031787/- रु मूल्य के यात्रा टिकटों को आरपीएफ ने जब्त कर लिया, जिसमें 26 दलालों को गिरफ्तार किया गया।ऑपरेशन “समय पालन” के तहत, आरपीएफ ने ट्रेनों की समय की पाबंदी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके तहत अनधिकृत अलार्म चेन पुलिंग के अपराध में 97 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।

आरपीएफ द्वारा ऑपरेशन “जन जागरण” के तहत जनता और रेल उपयोगकर्ताओं को पत्थरबाजी, अतिक्रमण आदि के बारे में शिक्षित करने के लिए लगभग 119 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। ऑपरेशन डिग्निटी के तहत देखभाल और सुरक्षा की जरूरत वाले लगभग 03 यात्रियों को बचाया गया। ऑपरेशन “सेवा” के तहत, 04 लोगों को दवा की व्यवस्था, शिशु आहार, व्हील चेयर, स्ट्रेचर, चिकित्सा सहायता आदि प्रदान करके उनकी यात्रा के दौरान सहायता की गई।

ऑपरेशन “सतर्क”के तहत, (Excellent performance of RPF) आरपीएफ ने अवैध शराब, नकली भारतीय मुद्रा नोट (FICN), तंबाकू और इसके उत्पादों, बेहिसाब नकदी, मूल्यवान वस्तुओं, प्रतिबंधित सामान आदि के परिवहन के खिलाफ कार्रवाई की। लगभग 14315/- रु मूल्य की वस्तुएं बरामद की गईं और 02 लोगों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया। आरपीएफ ने ऑपरेशन “सहयोग”के तहत टिकट चेकिंग अभियान, सफाई अभियान आदि के माध्यम से रेलवे प्रशासन को सहायता भी प्रदान की।

ऑपरेशन “दूसरा”के तहत अनधिकृत विक्रेताओं/हॉकरों के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखते हुए, आरपीएफ ने 1130 से अधिक अपराधियों को पकड़ा और उन पर मुकदमा चलाया तथा 134350/- रु का जुर्माना वसूला।

आरपीएफ कर्मी “वर्दीधारी नागरिक” होने की जिम्मेदारी को समझते हैं और राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा में सुरक्षा, सहायता और ईमानदारी से काम करना जारी रखेंगे ताकि बल के आदर्श वाक्य “यशो लाभस्व” या “सम्मान प्राप्त करें” को साकार किया जा सके।

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