Thoughts: अख़िर क्या है वह, जो हमें सताता है,

Thoughts: “अख़िर क्या है वह” Thoughts: अख़िर क्या है वह, जो हमें सताता है,जिसकी खोज में हमें दिन रात चलता है। क्या वह एक सपना है, जो हमें भटकाता है,या … Read More

Thoughts & Attitude: युग बदला पर लोगों का नज़रिया नहीं

Thoughts & Attitude: आज के दौर में भी शादी के मामले लड़कियों को उनकी शिरत से ज्यादा सुरत से परखा जाता है बोले तो शादी के नाम पर सौदा(दहेज प्रथा) … Read More

what to write: ख़्वाब या ख्याल क्या लिखूं,,,,,!!

क्या लिखूं,,,,,,!(what to write) ख़्वाब या ख्याल (what to write)ढलती शाम या चांदनी रातमीठी बातें या हसीं मुलाकातेंक्या लिखूं,,,,,!! सुबह की किरन या चंचल मनफूलों का बिस्तर या भीगा तनरेशमी … Read More

kya khyal hai: चांदनी रात हो, तेरा मेरा साथ हो…

क्या ख़्याल है….!!(kya khyal hai) kya khyal hai: चांदनी रात होतेरा मेरा साथ होलव भले कुछ ना कहेंआंखों से सारी बात होहसीं ये मुलाक़ात होमचले हुए जज्बात होनीले अम्बर के … Read More

Manjil: मंजिल को हासिल करने में लाखों परेशानियां आएगी..

!! मंजिल की उड़ान !! (Manjil) मंजिल (Manjil) को हासिल करने मेंलाखों परेशानियां आएगीजो मात दिया परेशानियों कोउसी को मिलती है सफलतामंजिल की इस उड़ान में । मंजिल को पाने … Read More

इंसानियत (Insaniyat)के राह पर हमें चलना होगा: अमरेश कुमार

!! इंसानियत !!(Insaniyat) इंसानियत (Insaniyat) के राह परहमें चलना होगाठोकरे खा- खा करहमें संभालना होगा । इंसान इंसानियत के बिनाइंसान नहीं होतामानव मानवता से बड़ाकोई धर्म नहीं होता । इंसानियत … Read More

something is burning inside me: मेरे भीतर कुछ तो जल रहा है कही…

मेरे भीतर कुछ तो जल रहा है कहीकोई लावा है जो पिघल रहा है कही। सपनों की अर्थियां जल चुकी लेकिनइस राख में कुछ सुलग रहा है कही। फिर पीछे … Read More

Female oppression: चंद लम्हें की भूख मिटाने को…..शिकार बना डाला

फिर एक ख़बर आई बलात्कार कीफिर एक दुष्कर्मी….चंद लम्हें की भूख मिटाने को एक स्त्री कोअपना शिकार बना डाला, फिर से एक माँ ने बेटी खोयाऔर एक मासूम की जान … Read More

कभी कभी यह मन (Mann)भी कुछ अलग सा किरदार निभाता है,

!! मन Mann!! Mann: कभी कभी यह मन भी कुछ अलग सा किरदार निभाता है,कभी लगता है बहुत समझदार है तो कभी बेवकूफी सी कर जाता है.कभी तो लगता है … Read More