Female oppression: चंद लम्हें की भूख मिटाने को…..शिकार बना डाला
फिर एक ख़बर आई बलात्कार की
फिर एक दुष्कर्मी….
चंद लम्हें की भूख मिटाने को एक स्त्री को
अपना शिकार बना डाला,
फिर से एक माँ ने बेटी खोया
और एक मासूम की जान चली गई,
आखिर कब तक चलेगा ?
आखिर कब तक,
ये सरकार के झूठे किस्से वायदे नारी सुरक्षा के लिए,
आखिर कब तक चलेगा ये खबरें नारी शोषन की
नारी अत्याचार की, नारी बलात्कार की,
अब बहुत हुआ न्याय की बातें,
अब चाहती है जनता बस सजा,
ऐसे दुष्कर्मी को जिंदा जलाकर
उन हैवानियत को सजा दे ,
कि ना आये खबरें दुबारा
ऐसी दंरदिगी की हैवानियत की ।
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