इंसानियत (Insaniyat)के राह पर हमें चलना होगा: अमरेश कुमार
!! इंसानियत !!(Insaniyat)
इंसानियत (Insaniyat) के राह पर
हमें चलना होगा
ठोकरे खा- खा कर
हमें संभालना होगा ।
इंसान इंसानियत के बिना
इंसान नहीं होता
मानव मानवता से बड़ा
कोई धर्म नहीं होता ।
इंसानियत दिलों में होती
हैसियत में नहीं
ऊपर वाला धर्म नहीं देखता
देखता है बस कर्म ।
जिस व्यक्ति के दिल में
इंसानियत नहीं होता
वह व्यक्ति मरे हुए
मुर्दे के समान होता है ।
दुनिया में महान बनने की
चाहत हर एक में होती है
पर पहले इंसान बनना
अक्सर लोग भूल जाते हैं ।
आज भी लोग अगर
निभाने लगते इंसानियत
तो इंसानियत से बड़ा
कोई रिश्ता नहीं होता ।
आज हर व्यक्ति पैसों के
लालच में गिर गया है
वह इसके चलते अपने
इंसानियत को खो बैठा है ।
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