Maa: वो है हमारी प्रणायिनी माँ
Maa: !!माँ!! Maa: अँगुली धरन हमें चलना सिखाई वो,बगैर मोह के परिचर्या करती वो,निस्वार्थ मानस से स्नेह करती वो,अपने हस्तों सेे खाना सिखाई वो,वो हैै हमारी प्रणायिनी माँ। पग-पग पर … Read More
Maa: !!माँ!! Maa: अँगुली धरन हमें चलना सिखाई वो,बगैर मोह के परिचर्या करती वो,निस्वार्थ मानस से स्नेह करती वो,अपने हस्तों सेे खाना सिखाई वो,वो हैै हमारी प्रणायिनी माँ। पग-पग पर … Read More
!! बारिश !! (Baris aai) Baris aai: बारिश आई बारिश आईझम झमा झम बारिश आई, देखो देखो बादल बरसीचलो चलो आज जरा भीगे, हाँ बारिश में भीगे बारिश मेंचलो चलो … Read More
Hum ladke rote nahi: !!हम लड़के हैं इसलिए रोते नही…!! Hum ladke rote nahi: जीवन की एक भाग दौड़ के बादओढ़ लेते जिम्मेदारियों की चादरतुम कहते हो लड़के आजाद हैंमगर कैद रहते मानसिक रूप … Read More
!! मैं कितना टूट गया !!(Kavya) Kavya: एक पीढ़ा है जो दिल से दूर नहीं जातीएक तरफ वो जिसे मेरी याद नही आतीपहले तो हर आहट पर तुम आ जाते … Read More
Bachpan ke lamhe: !!बचपन के वो लम्हें!! Bachpan ke lamhe: मुझे बचपन का वो हर लम्हा याद हैजिसमे माँ कि ममता का बखान है, याद हे कभी वो जलते चुलै … Read More
Mujhe ishq hai: !! मुझे इश्क है !! Mujhe ishq hai: मुझे इश्क़ है अफताब से जो बिखेर देता है क्षितिज पर चारू चंद्र की चंचल किरणों की तरह उम्मीद की कुछ नई … Read More
Virah jee raha hoon: !!मैं विरह जी रहा हूं!! Virah jee raha hoon: तेरे जाने के बाद विरह की पीढ़ा में आँसू नहीं बहाए मैंने पी गया दर्द की कड़वाहट को दही की मीठी … Read More
!! पिता !! (father’s day) Father’s day: इस दुनिया में मेरी पहचान है वोकभी डगमगा के गिरने लगूं तो संबल है वोइरादे कमजोर होने लगे तो ताकत है वोआगे बढ़ते … Read More
!! पिता !!(father’s day) father’s day: जो बचपन से ही बच्चोंकी खुशी के लिए अपनीख्वाईशें मार देता हैवो पिता होता है आवारगी कीजिंदगी छोड़करजल्द ही जिम्मेदारियोंकी चादर ओढ़ लेता हैवो … Read More
Ek safar part-3: एक सफर एहसासों का (भाग-3) Ek safar part-3: आखिर अब क्या होता है रिशू और अनुम के उस झगड़े के बाद( दोस्तों फिर से स्वागत है आपका … Read More