मातृत्व प्रेम से बढ़कर ना देखा, अनमोल बंधन इस जगत में हमने

मातृत्व प्रेम मातृत्व प्रेम से बढ़कर ना देखाअनमोल बंधन इस जगत में हमनेना करना कभी अपमान इनकाजो जननी हमारी,करती हमसे निस्वार्थ प्रेम , हर डगर, हर मुश्किलों में देती साथहमारी … Read More

કોરોના ન આવ્યો હોત તો….

અનંત પટેલની કલમે.. કોરોના વાયરસને લીધે જે મહામારી સમગ્ર વિશ્વમાં ઉભી થઇ તે ઉભી જ ન થાત તો દુનિયા કેવી હોત આવો માણીએ. લેખક: અનંત પટેલની કલમે… — પતિદેવોને ખબર … Read More

प्यासी है दिल की नदिया, सागर में इसे सामने दो !!

ख्वाब  नए  लहराने दो !सबके दिल पर छाने दो !! आँखों में एहसास भरो !प्यासे  को  पैमाने  दो !! तन्हा – तन्हा रहते क्यों !महफ़िल  में  दीवाने दो !! उसके … Read More

इक दीप जलाया था तेरे इश्क़ का हमने ! झूठी है मुहब्बत तो दिखाने के लिए आ !!

आ शीशा ए दिल तोड़ के जाने के लिए आ !तू मुझसे ख़फ़ा है तो जमाने के लिए आ !! इल्ज़ाम मेरे सर तेरी रुसवाई का आया !दुनिया का भरम … Read More

रास्ता मुश्किल है आसान नहीं है, रुक जाना भी तो समाधान नही है।

रास्ता मुश्किल है आसान नहीं हैरुक जाना भी तो समाधान नही है। दर्द थकान पसीना पैरों में जलनकिसी भी शै से वो परेशान नही है। दोराहो चौराहों के असमंजस भी … Read More

मिली न मुस्कान हमे सौगात की ! कद्र उनको नही मेरे जज्बात की !

मिली न मुस्कान हमे सौगात की !कद्र उनको नही मेरे जज्बात की ! हम उनके  ख्यालों  में  खोए  रहे !गुज़रती  रही  रात  नगमात  की ! सरकता रहा वक़्त पल-पल यहाँ … Read More

तू मुझे लाइक कर….. दोस्ती भी अब व्यापार हो गईं है

जब से फेसबुक तैयार हो गयी हैतब से जिंदगी इश्तेहार हो गईं है लड़के बेचारे लाइक्स को तरसेलड़कियों पर भरमार हो गयी है अब हर रोज लिखते है वॉल परकलम … Read More

अभी मासूम है मासूमियत जिंदा रहने दो

ग़ज़ल जो सूरज की मानिंद जलना सीख जाएगावो हर अंधेरे से निकलना सीख जाएगा। न कोई हाथ पकड़ो न कोई सहारा दो उसेवो खुद गिरकर संभलना सीख जाएगा। अभी मासूम … Read More

पर्यावरण के प्रति हम कितने संवेदनशील ?

काव्य आकाश के फेफड़ो में धुंआ भरती चिमनियाधरती के आँचल को अनवरत सोखते ट्यूबवेल।1। नदियों को जार जार करता बजरी खननसमंदर को मारता केमिकल और प्लास्टिक।2। खाद्यान्न में अत्यधिक घुलता … Read More

मां बाप के बुढापे की लाठी…..

नन्ही सी हथेली मेंमुट्ठी भर सपने लिएहम भी आगे बढ़ेंगे पढ़ लिख कर केलिखेंगे हमारे अरमानभरेंगे सपनो की उड़ानहम भी आगे बढ़ेंगे चल उड़ पंछीकभी इस डाल कभी उस पातलगा … Read More