दिल ख़ुश हो तो गुमसुम रहना किसको अच्छा (Good) लगता है…..

ग़ज़ल: दिल ख़ुश हो तो गुमसुम रहना किसको अच्छा (Good) लगता है।बोझ ग़मों का लेकर हँसना किसको अच्छा लगता है। जो गाते रहते हैं गाथा अपने धन- दौलत की हीऐसे … Read More

जो दिखाई देते हैं संकीर्णता के पक्ष में, ऐसे लोगों से नहीं मैं मित्रता के पक्ष में।

जो दिखाई देते हैं संकीर्णता के पक्ष में।ऐसे लोगों से नहीं मैं मित्रता के पक्ष में। ज़हर था बातों में उनकी जानते थे सब मगरआ गए कुछ लोग उनकी धृष्टता … Read More

हम इकट्ठा कर लें चाहे जितने दौलत के पहाड़….

काव्य हम इकट्ठा कर लें चाहे जितने दौलत के पहाड़।सामने रहते हैं फिर भी कुछ ज़रूरत के पहाड़। पार कर लो एक को तो दूसरा तैयार हैक्या पता आएँगे कितने … Read More