Upasana

मिली न मुस्कान हमे सौगात की ! कद्र उनको नही मेरे जज्बात की !

Writer Upasana Dixit Gwalior
कवियत्री: उपासना दीक्षित, ज्योतिषी

मिली न मुस्कान हमे सौगात की !
कद्र उनको नही मेरे जज्बात की !

हम उनके  ख्यालों  में  खोए  रहे !
गुज़रती  रही  रात  नगमात  की !

सरकता रहा वक़्त पल-पल यहाँ !
निगाहों ने, बिरहन के बरसात की !

सजाए थे  सपने, तेरे  साथ  जब !
चलो हम करें, बात उस रात की !

मिला आँख से आँख पाए नही !
मुहब्बत की जब उसने बरसात की !

कहेंगे  सुनेंगे  नही  आज  हम !
मुहब्बत कहानी है बेकार की !

मुहब्बत जो तुमसे हुई अजनबी !
उडा दीं हैं नींदें दिन-ओ-रात की !

~~~~उपासना “शिवम”

यह भी पढ़ें…

whatsapp banner 1

हमें पूर्ण विश्वास है कि हमारे पाठक अपनी स्वरचित रचनाएँ ही इस काव्य कॉलम में प्रकाशित करने के लिए भेजते है।
अपनी रचना हमें ई-मेल करें writeus@deshkiaawaz.in