Zindagi: ऐ जिंदगी, तू लोगों से इम्तिहान क्यों लेती है…..

Zindagi: !!जिंदगी!! Zindagi: ऐ जिंदगी, तू लोगों सेइम्तिहान क्यों लेती हैजिनकी उम्र अदक्षता कीउससे बेगारी क्यों करवाती हैजो दो दिन से कुछ खाया ना होउससे जाके पूछिए ‘जनाब’कि भूख क्या … Read More

Tiranga: अब तिरंगा चांद पे भी लहराना है…..

Tiranga: !!तिरंगा!! जह्न से नफरत दिल से रंज मिटाना हैअम्न की खु़शबू से ये चमन महकाना है आजादी का मिलकर जश्न मनाना हैआज तिरंगा घर-घर में फहराना है ख़्वाब जो … Read More

Ghazal: विष जो दिल में घुला नहीं होता….

Ghazal: !!गजल!! विष जो दिल में घुला नहीं होताइस क़दर फा़सला नहीं होता गर तेरा दर खुला नहीं होताफिर कोई आसरा नहीं होता तब भी कश्ती खु़दा चलाता हैजब कोई … Read More

Bye-Bye 2022: ये ढलता हुआ दिसम्बर…

Bye-Bye 2022: !!ढलता हुआ दिसम्बर!! कोहरे में जाड़े की धूप की आहटेंसब है मगर कहां पहले सी राहतेंनहीं अब कुएं से उठती भाप कहींफैला गया धरती पे बेहद पाप कहींदेख … Read More

Sapno ki udaan: सपनो की उड़ान अधूरी सी

Sapno ki udaan: !!सपनो की उड़ान!! Sapno ki udaan: हवा का रूख कुछ बदल सा गया,वो मुस्कुराता चेहरा, उदास सा हो गयाख्वाहिश थी उसकी आसमां को छूने जैसी,जिंदगी की इस … Read More

Mohabbat: मोहब्बत की गिरफ्त में क्या मिला उसे….

Mohabbat: !!मोहब्बत!! रिहा होकर कैदियों सी सजा काटता हैदर्द को दो हिस्सो मे भी कहां बांटता है अब जब आता है ख्याल मोहब्बत कातो बुरे लहजे से वो खुद को … Read More

Nature: हमारे जीवन की डोर हमारे पास नहीं, रोज एक पेड़ है कटता कहीं

Nature: !!प्रकृति!! Nature: मैं बेघर हूं, मनुष्य से मेरा नाता खूंटे से बंधी उस रस्सी की तरह है जो हर दिन कमज़ोर हो रहाहमारे जीवन की डोर हमारे पास नहींरोज़ … Read More

Bhrashtachari: भ्रष्टाचारी एक गंभीर समस्या…

Bhrashtachari: !!भ्रष्टाचारी!! भारत जैसे भव्य सी भुवन मेंभ्रष्टाचारी एक गंभीर समस्यापूर्ण देश में अपनी जाल फैलाहमारे मुल्क को कर रही दुर्बल। देश की हालत है इस काबिलकि एक बार जो … Read More

Aankhen: ये आंखें मेरी रूठी रूठी….

Aankhen: !!आंखें!! ये आंखें मेरी रूठी रूठीतुम्हारी ओर मुरी मुरी,जब भी तुम्हें देखूं मैंलाल गुलाबी भांति हो। तेरी नजरी बड़ी निरालीतुम हमें बहुत भांति हो,आंखों के मेरे धारों मेंतुम हमेशा … Read More

Ishq: “इश्क का बुखार उतार के जा रहे हैं!”

Ishq: !!इश्क!! रास्तों पर भटक जाना लाजमी है मगर।सर मंजिलें कर भटकना कोई हमसे सीखे।। इस उम्र में इश्क की पीड़ा वाकई लाजवाब है।दर्द के साथ इश्क और इश्क के … Read More