Ishq: दो दिल मिले, एक राज़ हो गया सारा जहां।

“मुकम्मल इश्क”(Ishq) मुकम्मल इश्क(Ishq) का सफर, सजता रहे आसमान,दो दिल मिले, एक राज़ हो गया सारा जहां।प्रेम की बातें, होती रहें अनगिनत,बीते लम्हों की मिसाल, रहे ख़्वाबों के हीरे।एक दूसरे … Read More

Ishq: “इश्क का बुखार उतार के जा रहे हैं!”

Ishq: !!इश्क!! रास्तों पर भटक जाना लाजमी है मगर।सर मंजिलें कर भटकना कोई हमसे सीखे।। इस उम्र में इश्क की पीड़ा वाकई लाजवाब है।दर्द के साथ इश्क और इश्क के … Read More