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डीटीसी एवं कलस्टर बसों में सीसीटीवी / स्वचालित वाहन लोकेटर (एवीएल) सिस्टम / पैनिक बटन इंस्टालेशन

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीटीसी  एवं कलस्टर बसों में सीसीटीवी / स्वचालित वाहन लोकेटर (एवीएल) सिस्टम / पैनिक बटन इंस्टालेशन और  नियंत्रण कक्ष  का निरीक्षण किया। 

  •  – इस  परियोजना के अंतर्गत बसों में यात्रियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए उच्चतम मानकों के अनुसार वीडियो निगरानी और स्वचालित वाहन ट्रैकिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जायेगा । 
  •  – यात्री, ड्राइवर या कंडक्टर किसी भी आपात स्थिति में पैनिक बटन दबा सकते हैं, अलर्ट स्वचालित रूप से वास्तविक समय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चला जाएगा।
  •  – आपातकालीन स्थिति में एसएमएस और ईमेल अलर्ट भी  संबंधित प्राधिकार को चला जाएगा। 

रिपोर्ट: महेश मौर्य

नई दिल्ली, 03 सितंबर, 2020  दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आज राजघाट बस डिपो में हाल ही में स्थापित सीसीटीवी निगरानी कैमरों से लैस बसों तथा नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया। दिल्ली सरकार ने लगभग 5,500 दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बसों और क्लस्टर बसों  को अपग्रेड करने की घोषणा की थी। परियोजना का उद्देश्य डीटीसी और क्लस्टर योजना की बसों में आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी कैमरे, पैनिक बटन और जीपीएस के माध्यम से यात्रियों, विशेषकर महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इससे पहले अक्टूबर 2019 में, दिल्ली सरकार ने सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना शुरू की थी, जिसके अंतर्गत वो  पिंक पास का उपयोग करके मुफ्त यात्रा कर सकती हैं । सरकार ने यात्रियों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी बसों में 11000 से अधिक मार्शल भी तैनात किए हैं ।

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यह परियोजना टेलीकम्यूनिकेशन  कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है जिसके  दिसंबर, 2020 तक पूरा होने की उम्मीद है। सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों में  3 आईपी कैमरा, mNVR जीपीएस डिवाइस, 10 पैनिक बटन, ड्राइवर के लिए 1 डिस्प्ले, हूटर, स्ट्रोब और 2 ऑडियो कम्युनिकेशन डिवाइस (एक ड्राइवर और एक-कंडक्टर के लिए) फिट किया जाएगा। यात्री, ड्राइवर या कंडक्टर किसी भी आपात स्थिति में पैनिक बटन दबा सकते हैं। अलर्ट स्वचालित रूप से वास्तविक समय में कश्मीरी गेट स्थित  कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चला  जाएगा। कमांड सेंटर में ऑपरेटर अलर्ट को फ़िल्टर करेगा और विभिन्न अलर्ट परिदृश्यों के लिए  परिभाषित स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर्स (एसओपी) के तहत  बस के जीपीएस लोकेशन  के साथ त्वरित प्रतिक्रिया के लिए संबंधित एजेंसियों  जैसे पुलिस, फायर और एम्बुलेंस को अलर्ट भेज देगा। आपात स्थितियों में एसएमएस और ईमेल अलर्ट भी संबंधित अधिकारियों को  भेजा जाएगा।
निरीक्षण के दौरान, परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने कहा “हम बसों में महिला यात्रियों द्वारा सामना किए जाने वाले विभिन्न अपराधों को ख़त्म करने की कोशिश कर रहे हैं। आज, मैंने व्यक्तिगत रूप से कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कामकाज का निरीक्षण किया है और मुझे खुशी है कि अब बसों में छोटा से छोटा अपराध  भी पकड़ा जा सकेगा। हमारे बस मार्शल की उपस्थिति द्वारा हमने  पहले  ही बसों में अपराधों को कम करने में सफलता प्राप्त किया है । अब, इस पहल के साथ, हमें विश्वास है कि दिल्ली में यात्री  किसी भी समय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग  पूरे विश्वास और सुरक्षा की भावना के साथ कर सकते हैं। ”