“वो दिन बचपन के”(those days of childhood) यादों में वाजिद हुसैन “साहिल” की शब्द रचना; दिल को छूने वाली

those days of childhood: “वो दिन बचपन के” those days of childhood: गुल भी कुछ कम नहीं बचपन में खिलाए हमनेबोर भी पेड़ से खुद तोड़ के खाए हमनेनोट कागज़ … Read More

In honor of poet Qadir Hanafi: उस्ताद शायर कादिर हनफी के सम्मान में काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन…

In honor of poet Qadir Hanafi: ” बुला रही थी ये दुनिया मगर गया तो नही, बिछड़ के तुझसे किसी का भी में हुआ तो नही” राजपुर, 29 नवंबर: In … Read More

Daughters: आज बेटे को बेचकर खुश है,कल तेरी बेटियों की बारी है: वाजिद हुसैन ” साहिल”

बात कड़वी है, पर करारी हैलोग हल्के, डिमांड भारी है बाप ने लख्त दे दिया दिल काफिर भी लोगो कि हिर्स जारी है तू दहेज़ मांगता है पर सुन लेसच … Read More