Enviroment Day 2023: पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है: गिरीश्वर मिश्र

Enviroment Day 2023: शिव पशुपति और पार्थिव हैं तो गणेश गजानन हैं। सीता जी पृथ्वी माता से निकली हैं । द्रौपदी यज्ञ की अग्नि से उपजी ‘याज्ञसेनी’ हैं । वैसे … Read More

Kabir Jayanti-2023: सहज-सहज सब कोउ कहै, सहज न चीन्है कोई !

Kabir Jayanti-2023: “कबीर जयंती“ कबीर के माध्यम से हम अपने समय को ठीक से पहचान सकते हैं। कबीर कभी बड़े आसान लगते हैं तो कभी बड़े मुश्किल । हिंदी के … Read More

भाषा, विश्वसनीयता और राजनैतिक साख (Language credibility and political credibility)

 Language credibility and political credibilityअक्सर कहा जाता है कि यह संसार शब्दात्मक है । इस अर्थ में यह सही है कि मानव व्यवहार के निजी और सामाजिक दायरों में आने … Read More

Buddha Purnima: जीवन सत्य का धर्म

पूजा और प्रशस्ति के बीच बुद्ध की प्रखर चिंतन प्रक्रिया ओझल या सरलीकृत हो जाती है । उनकी चिंतन प्रक्रिया कोरे वाग्विलास की जगह व्यावहारिक समाधान की ओर उन्मुख थी। … Read More

Earth day-2023: पृथ्वी पर ही जीवन है, बचा लें !

Earth day-2023: अपने दौड़ भाग भरे व्यस्त दैनिक जीवन में हम सब कुछ अपने को ही ध्यान में रख कर सोचते-विचारते हैं और करते हैं। हम यह भूल जाते हैं … Read More

International Mother Language Day-2023: आत्मनिर्भर भारत के लिए चाहिए मातृभाषा में शिक्षा: गिरीश्वर मिश्र

International Mother Language Day-2023: नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में अवसर देने पर विचार किया गया है। International Mother Language Day-2023: आज शायद ही … Read More

74th Republic day: गणतंत्र का आवाहन सुनें !

चौहत्तर साल पहले (74th Republic day) आज ही के दिन भारत की संसद ने देश की शासन व्यवस्था चलाने के लिए एक संविधान स्वीकार किया था जिसने भारत सरकार अधिनियम-1935 … Read More

New year challenges: नए वर्ष की चुनौतियाँ और सम्भावनाएँ: गिरीश्वर मिश्र

New year challenges: जब हम भारत और उसके कोटि-कोटि जनों के लिए सोचते हैं तो मन में भारत भूमि पर हज़ारों वर्षों की आर्य सभ्यता और संस्कृति की बहु आयामी … Read More

Indian women: भारतीय महिलाओं का सामाजिक यथार्थ और चुनौतियाँ: गिरीश्वर मिश्र

Indian women: इस तथ्य के बावजूद कि महिलाएं हमारे समाज का एक अभिन्न अंग हैं और कई महिलाएं घर और बाहर विविध जिम्मेदारियों को निभा रही हैं, उनकी स्थिति और … Read More

तुम दीपक हम बाती(tum dipak ham bati): गिरीश्वर मिश्र

tum dipak ham bati: भारतीय समाज अपने स्वभाव में मूलतः उत्सवधर्मी है और यहाँ के ज़्यादातर उत्सव सृष्टि में मनुष्य की सहभागिता को रेखांकित करते दिखते हैं । प्रकृति की … Read More