World Mental Health Day: मानसिक स्वास्थ्य के लिए कदम बढ़ायें: गिरीश्वर मिश्र

World Mental Health Day: आयुर्वेद के अनुसार यदि आत्मा, मन और इंद्रियाँ प्रसन्न रहें तो आदमी को स्वस्थ कहते हैं: प्रसन्नात्मेंद्रिय मन: स्वस्थमित्यभिधीयते। ऐसा स्वस्थ आदमी ही सक्रिय हो कर … Read More

Teacher Day 2023: अध्यापन कोई कारोबार नहीं हैः गिरीश्वर मिश्र

Teacher Day 2023: आज सामाजिक परिवर्तन विशेषतः प्रौदयोगिकी की तीव्र उपस्थिति ने शिक्षक और शिक्षार्थी के रिश्तों को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है Teacher Day 2023: मानव सभ्यता … Read More

Satahi Politics: सतही राजनीति और जनाकांक्षाओं की कसौटी: गिरीश्वर मिश्र

Satahi Politics: भारत की जनता में सहते रहने की अदम्य शक्ति है और वह सबको अवसर देती है कि वे अपने वादों और दायित्वों के प्रति सजग रहें परंतु जनप्रतिनिधि … Read More

Holi utsav: अस्तित्व की व्याप्ति का उत्सव है होली: गिरीश्वर मिश्र

Holi utsav: प्रकृति के सौंदर्य और शक्ति के साथ अपने हृदय की अनुभूति को बाँटना बसंत ऋतु का तक़ाज़ा है। मनुष्य भी चूँकि उसी प्रकृति की एक विशिष्ट कृति है … Read More

Mentality of caste politics: जातीय राजनीति की मानसिकता से कब उबरेंगे!

Mentality of caste politics: दलगत राजनीति के चलते एक दूसरे के साथ उठने वाली वर्चस्व की प्रतिस्पर्धा के बीच नेता गण राजनीति के इस बड़े प्रयोजन से आसानी से आँख … Read More

Provision for education in budget: नये बजट में शिक्षा के लिए प्रावधान नाकाफी हैंः गिरीश्वर मिश्र

Provision for education in budget: भारत का वर्ष 23-24 का राष्ट्रीय बजट अमृत-काल में प्रस्तुत हुआ पहला बजट है। इस अवसर का लाभ लेते हुए सरकार ने इसे भविष्य के … Read More

Education: शिक्षा के लिए संसाधन चाहिए: गिरीश्वर मिश्र

Education: आज के युग में किसी देश की उन्नति बहुत हद तक वहाँ की शिक्षा की गुणवत्ता पर ही निर्भर करती हैं Education: आज के युग में किसी देश की … Read More

Bhasha sanchar aur gyan: भाषा, संचार और ज्ञान को चाहिए औपनिवेशिक सोच से मुक्ति: गिरीश्वर मिश्र

Bhasha sanchar aur gyan: भारत की भाषिक विविधता का अद्भुत विस्तार और उसका सहज स्वीकार प्राचीन काल से इस देश में सामाजिक बर्ताव का अहम हिस्सा रहा है। इस विविधता … Read More

Literature for publication: प्रकाशनार्थ साहित्य का निकष है लोक मंगल: गिरीश्वर मिश्र

आचार्य रामचंद्र शुक्ल (4 अक्टूबर 1884-2 फरवरी 1941) का नाम एक सुखद आश्चर्य लगता है। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में उन्होंने मनो-भावों का एक अनुभवात्मक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया था और … Read More

Lord shri krishna: कर्मयोगी श्रीकृष्ण, जियो तो ऐसे जियोः गिरीश्वर मिश्र

Lord shri krishna: जिंदगी खेने की सारी कशमकश इन्हीं को लेकर चलती रहती है और आज की दुनिया में हर कोई कुंठा और तनाव से जूझता दिख रहा है और … Read More