Mahaprasad yatra: “नंदलला से रामलला” तक महाप्रसाद की महायात्रा के रथ का पूजन कर किया रवाना
Mahaprasad yatra: श्री विशाल बावा ने ” हमारे मदन गोपाल है राम “के भाव से “नंदलला से रामलला” तक महाप्रसाद की महायात्रा के रथ का पूजन कर रथ को किया रवाना
- Mahaprasad yatra: श्री विशाल बावा ने मोती महल चौक में की महाप्रसाद के यात्रा की कार सेवा…..
- श्री विशाल बावा ने केसरी गणगौर के अवसर पर महाप्रसाद की महायात्रा के प्रस्थान का किया श्री गणेश…
श्रीनाथद्वारा, 14 अप्रैल: Mahaprasad yatra: पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की हवेली के पीठाधीश्वर गो.ति.108 श्री राकेश जी(श्री इंद्रदमन जी) महाराज श्री की आज्ञा एवं गो.चि.105 श्री विशाल जी (श्री भूपेश कुमार जी) बावा श्री की प्रेरणा से श्रीजी प्रभु के नाथद्वारा पधारने के 351वर्षो के इतिहास में प्रथम बार ऐसा अवसर आया है, जिसमें रामनवमी के शुभ अवसर पर श्रीजी द्वार से राम द्वार तक महाप्रसाद की यात्रा में श्रीजी प्रभु के महाप्रसाद को ग्रहण करने का लाभ लाखों वैष्णव जन ले सकेंगे!
“हमारे मदन गोपाल ही है श्री राम” ! के भाव से इस महाप्रसाद की महायात्रा के प्रस्थान का श्री गणेश गो.चि.श्री105 श्री विशाल जी ( श्री भूपेश कुमार जी) बावा श्री ने दि.14/04/2024, रविवार को श्रीनाथजी मंदिर के मोती महल चौक प्रांगण से महाप्रसाद की सैकड़ो वैष्णव जन के संग कार सेवा कर महाप्रसाद को रथ में पहुंचा कर रथ का पूजन कर रवाना किया! इस अवसर पर श्री विशाल बावा ने कहा कि ऐसा दुर्लभ संयोग सदियों में एक बार आता है और इस पल के और इस सेवा में जो भी वैष्णव सहभागी बने वह बड़े सौभाग्यशाली है।
इस अवसर पर उन्होंने समस्त पुष्टि सृष्टि को रामनवमी की अग्रिम बधाई भी दी! महाप्रसाद की महायात्रा के प्रमुख पड़ाव में भीलवाड़ा, जयपुर, मथुरा, जतीपुरा, लखनऊ होंगे जहां पर भी वैष्णव जन को श्रीजी प्रभु का प्रसाद वितरित किया जाएगा! 351 वर्षों से निरंतर चली आ रही है किंतु इतिहास में पहली बार यह अद्भुत संयोग होगा जब नंदालय से प्रभु श्रीनाथजी का महाप्रसाद नंदलला से रामलला के द्वार तक यात्रा करेगा तथा यात्रा के मार्ग में आने वाले जीवों का महाप्रसाद के रूप में श्रीजी प्रभु की कृपा जीवों का उद्धार करेंगी! क्योंकि पुष्टिमार्ग में श्री कृष्ण और श्री राम को एक ही स्वरूप माना है जिसमें लेश मात्र भी संशय नहीं है !
यह भी पढ़ें:- Ramlala Janmotsav: रामलला गर्भगृह में रखी गई स्वर्ण अक्षरों से लिखी रामायण; जानें खासियत और रामनवमी की तैयारी
इन्हीं भावना से तिलकायत श्री की आज्ञा एवं श्री विशाल बावा की प्रेरणा से रामनवमी के शुभ अवसर पर प्रथम बार श्रीजी प्रभु का महाप्रसाद ‘एक लाख एक’ “मठड़ी” के महा प्रसाद के रूप में यात्रा के रूप में श्रीजी द्वार से श्रीराम द्वार तक रामनवमी के अवसर पर वितरित होगा ! इस अवसर पर श्रीनाथजी मंदिर के अधिकारी श्री सुधाकर उपाध्याय, मंदिर के मुख्य प्रशासक श्री भारत भूषण व्यास, तिलकायत श्री के मुख्य सलाहकार श्री अंजन शाह, मंदिर के सहायक अधिकारी श्री अनिल सनाढ्य, मंदिर मंडल के सदस्य समीर चौधरी,सुरेश संघवी, संपदा अधिकारी ऋषि पांडे, तिलकायत श्री के सचिव श्री लीलाधर पुरोहित, मंदिर के पंड्याजी परेश नागर, समाधानी उमंग मेहता,पीआर ओ एवं मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास,जमादार हर्ष सनाढ्य, कैलाश पालीवाल आदि उपस्थित थे!
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें