CCTV control room central railway

CCTV in railway premises: रेलवे परिसर में हो रहे अपराधों को उजागर करने में सीसीटीवी की अहम भूमिका

CCTV in railway premises: पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने यात्री सुरक्षा और सेवा के विभिन्‍न क्षेत्रों में किया उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन

  • CCTV in railway premises: सीसीटीवी से मामलों का पता लगाने में दर्ज हुई 487.5% की बढ़ोतरी

मुंबई, 09 अप्रैल: CCTV in railway premises: उत्‍कृष्‍टता की ओर आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे ने साल दर साल खुद को बेहतर बनाया है। पश्चिम रेलवे का रेल सुरक्षा बल (RPF) अपने यात्रियों की सुरक्षा को बेहतर बनाने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्ष 2021 में पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। पश्चिम और मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने आरपीएफ द्वारा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद अपनी अद्भुत उपलब्धियों के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की है.

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रेलवे अधिनियम के तहत विभिन्‍न मामलों से वसूल किए गए जुर्माने में 90% की उल्‍लेखनीय वृद्धि हुई है। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल द्वारा सामान का पता लगाने और उन्‍हें सही मालिकों को सौंपने के मामलों का प्रतिशत 97.5% बढ़ा है। एनडीपीएस मामलों का पता लगाने और आगे की जांच के लिए सौंपने के मामलों में 180 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पता लगाए गए मामलों की संख्या में वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में 487.5% की वृद्धि हुई। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने वर्ष भर यात्रियों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के लिए कई अभियान चलाए।

CCTV in railway premises

वर्ष 2021 में ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने सीडब्ल्यूसी और गैर सरकारी संगठनों के समन्वय में अनुवर्ती कार्रवाई के साथ 385 लड़कों और 212 लड़कियों को बचाया। वर्ष के दौरान रेल सुरक्षा बल ने लगभग 2.58 करोड़ रु. मूल्‍य के सामानों को उनके असली मालिकों को लौटाया। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने अपनी ड्यूटी से परे अपनी जान जोखिम में डालकर कर विभिन्न रेलवे स्टेशनों और परिसरों में चलती ट्रेनों के नीचे आ जाने के खतरों से 34 लोगों की जान बचाई है। रेल परिसर में रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा के लिए पश्चिम रेलवे का रेल सुरक्षा बल विशेष प्रयास कर रहा है। इस संबंध में रेलवे संपत्ति के विरुद्ध अपराध की रोकथाम/पहचान में 62 लाख रुपये मूल्‍य की रेल संपत्ति जब्त की गई और 847 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।

ठाकुर ने बताया कि रेल सुरक्षा बल मिशन यात्री सुरक्षा के तहत यात्रियों के खिलाफ अपराध से निपटने में राज्य पुलिस के प्रयासों के साथ मिलकर इसे पूरा करता है। रेल सुरक्षा बल यात्रियों की शिकायतों के निवारण के लिए रेल मदद, ट्विटर और हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का समाधान करता है। वर्ष 2021 में आरपीएफ ने 291 अपराधियों को पकड़कर कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस के हवाले किया।

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CCTV in railway premises: ऑपरेशन सतर्क के तहत पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने अवैध शराब, नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन), तंबाकू और उसके उत्पादों, बेहिसाब नकदी, कीमती सामान, तस्करी, प्रतिबंधित वस्‍तुएं आदि के परिवहन के खिलाफ कार्रवाई की। रेल सुरक्षा बल द्वारा 26 लाख से अधिक मूल्‍य की वस्‍तुएं बरामद की गईं और 359 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित विधि-प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया। रेलवे प्रणाली के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी के खतरे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने ऑपरेशन नारकोस के तहत अभियान चलाया और 27 लाख रुपये से अधिक मूल्य की प्रतिबंधित सामग्री बरामद की।

CCTV in railway premises

यात्रियों को आरक्षित टिकटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संबंध में रेल सुरक्षा बल द्वारा 833 दलालों की गिरफ्तारी के साथ दलालों द्वारा अवैध रूप से बुक किए गए लगभग 2.15 करोड़ रु. मूल्‍य के यात्रा टिकट जब्‍त किए गए। इसके अलावा अनधिकृत तरीके से यात्रा सीट/स्थान पर कब्जा करने वाले 13,846 यात्रियों से 34,72,630 रुपये जुर्माना के रूप में वसूल किया गया। ऑपरेशन समय पालन के तहत पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने ट्रेनों की समयपालनता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसके अंतर्गत अनधिकृत रूप से अलार्म चेन खींचने के अपराध के लिए 2863 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

ठाकुर ने आगे बताया कि पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने ट्रेनों पर पथराव, ट्रेसपासिंग आदि के संबंध में आम जनता के बीच जागरूकता अभियान चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस संबंध में जनता और रेल उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करने के लिए आरपीएफ द्वारा 27,000 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने अनधिकृत विक्रेताओं/फेरीवालों के खिलाफ भी अभियान चलाया, जिसके तहत रेल सुरक्षा बल ने 8,410 व्‍यक्तियों को पकड़ा और उन पर मुकदमा चलाया एवं जुर्माना वसूला। ऑपरेशन डिग्निटी के तहत पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने 195 वयस्क यात्रियों को भी बचाया, जिन्‍हें देखभाल और सुरक्षा की ज़रूरत थी।

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