Sindhu Suta: सिंधु सुता, जल से पली,प्राचीन संस्कृति, हर मन भाए।
“सिंधु सुता”(Sindhu Suta)
सिंधु सुता, (Sindhu Suta) जल से पली,
प्राचीन संस्कृति, हर मन भाए।
पानी की लहरों में छुपी कहानी,
भूमि की गोदी में, विकसता की ज्वाला।
रेखाएं बोलतीं हैं इसकी कहानी,
इतिहास की पुस्तक, सिंधु सुता के पृष्ठों में।
सभ्यता की शिक्षा, उच्चता की ऊँचाई,
इस नदी के किनारे, बसी है महानायकी।
सिंधु सुता, भूपों की रानी,
गहरे पानी में बसी कहानी।
प्राचीन सभ्यता, रंगी है इसे,
शिखर पर बसी, उच्च सभाएँ।
मिलनसर समृद्धि, विकसता का संगम,
खुदाई से खिलता, इतिहास का फूल।
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