Kavita: मोहब्बत में किसी के हो ना जाना तुम…

Kavita: मेरी दुनियां में आकर के कही और खो ना जाना तुम
दगा करके मोहब्बत में किसी के हो ना जाना तुम
अभी आए ज़रा बैठो कि हाल-ए-दिल सुनाना है
कि सुन कर गम मेरे दिल के कहीं फिर रो ना जाना तुम
मुझे ना गम हुआ जो भी चलो अब भूल जाते है
कहीं सुनते ही सुनते ही अचानक सो ना जाना तुम
Advertisement
मुद्द्दत बाद खुशी दर पे मेरे अब आ के ठहरी है
लगा कर आग खुशियों में कहीं और को ना जाना तुम
नहीं अचरज तुम्हें लेकर कि तुमसे है जहां मेरा
मेरी मानो तम्मन्ना इक उसे सुन लो ना जाना तुम
मुसलसल एक तेरी खातिर गबाया खुद को भी हमने
मोहब्बत हो अगर रुसवा कभी भी तो ना जाना तुम
Advertisement
हुईं सदियां मोहब्बत पर यकीं ओजस को आया है
मेरी जिंदगी में आकर फिर से नफरत बो ना जाना तुम
क्या आपने यह पढ़ा… Heart healthy tips: अपने दिल को रखना चाहते हैं हमेशा स्वस्थ? आज ही डाइट में जोड़े यह चीजें
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करेंAdvertisement