Arvind Kejriwal

Kejriwal Arrest: केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर सबसे ज्यादा खुश कौन हो सकता है?

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Kejriwal Arrest: शराब नीति केस में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च की शाम CM आवास से ED ने गिरफ्तार कर लिया. ED की टीम उन्हें 10वां समन देने आई थी. गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल को ED दफ्तर ले जाया गया. गुरुवार 21 मार्च दोपहर 2.30 बजे हाईकोर्ट ने दिल्ली CM की गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज कर दी. केजरीवाल ने कोर्ट से ये भरोसा मांगा था कि अगर वे पूछताछ के लिए ED ऑफिस जाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाए. कोर्ट ने साफ किया कि केजरीवाल को ED के सामने पेश होना होगा, उनकी गिरफ्तारी पर रोक नहीं है.

शाम 7 बजे ED की टीम केजरीवाल के घर (CM हाउस) 10वां समन और सर्च वारंट लेकर पहुंची. इससे पहले ED ने केजरीवाल को 17 मार्च को 9वां समन भेजा था. केजरीवाल 19 मार्च को समन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे थे. उनकी याचिका पर 20 मार्च को सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने बार-बार समन भेजने को लेकर ED को तलब किया. शराब नीति केस में केजरीवाल को इस साल 27 फरवरी, 26 फरवरी, 22 फरवरी, 2 फरवरी, 17 जनवरी, 3 जनवरी और 2023 में 21 दिसंबर और 2 नवंबर को समन भेज गया था. हालांकि, वे एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं गए.

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ईडी की टीम ने गुरुवार शाम को छापेमारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है.

हाई कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक से इनकार के बाद गुरुवार देर शाम ईडी की टीम ने अरविंद केजरीवाल के घर पर पहुंची. करीब 2 घंटे की छापेमारी और पूछताछ के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया. उधर शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक की मांग को लेकर लीगल टीम सुप्रीम कोर्ट भी पहुंची है. इस मामले में आज सुनवाई हो सकती है. वहीं, ईडी अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को कोर्ट में पेश करके पूछताछ के लिए हिरासत की मांग करेगी.

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आज केजरीवाल को हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा. पेशी से पहले भी दिल्ली CM का मेडिकल किया जा सकता है. ED केजरीवाल की रिमांड पाने के लिए के प्रयास करेगी. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के CM बने रहेंगे. जेल से सरकार चलाएंगे.

केजरीवाल की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट में अपील कर फौरन सुनवाई की मांग की. इसी मामले में पहले से ED की गिरफ्त में मौजूद BRS नेता के.कविता ने अपनी गिरफ्तारी को SC में चुनौती दी है. उनकी याचिका पर भी आज सुनवाई होनी है.

खेर सुप्रीम कोर्ट का क्या आदेश होगा वो तो शाम तक पता चल ही जाएगा लेकिन तीन सवाल महत्वपूर्ण है

केजरीवाल की गिरफ्तारी से क्या भारतीय जनता पार्टी को 2024 लोकसभा चुनाव में फायदा होगा?

केजरीवाल की गिरफ्तारी से क्या आम आदमी पार्टी और INDI गठबंधन को 2024 लोकसभा चुनाव में फायदा होगा?

केजरीवाल की गिरफ्तारी से सबसे ज्यादा कौनसा पक्ष खुश होगा?

जहां तक भाजपा का सवाल है, केजरीवाल की गिरफ्तारी से भाजपा को कोई विशेष लाभ या नुक्सान नहीं होगा क्योंकि दिल्ली और पंजाब को छोड़ आम आदमी पार्टी का प्रभाव और कोई राज्य में है ही नहीं. पंजाब में भाजपा का मूल जनाधार कुछ खास है ही नहीं और दिल्ली में भाजपा संघर्षमय ही रहा है. अतः भाजपा को कोई खास फर्क नहीं पड़नेवाला.

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना ने कहा था कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पता चलता है कि पीएम मोदी उनसे डरते हैं. लेकिन वो भूल रही है दूसरे राज्यों की प्रजा के लिए अरविंद केजरीवाल चुनावी फेक्टर है ही नहीं. 

केजरीवाल की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी और INDI गठबंधन को भी 2024 लोकसभा चुनाव में फायदा होना संभव नहीं क्योंकि गिरफ़्तारी से आम आदमी को दिल्ली छोड़ कहीं और से ज्यादा सपोर्ट मिले वो ही संभव नहीं है, हाँ कुछ राज्यों में छुटमुट विरोध होगा पर इतना प्रभावक नहीं रहेगा. INDI गठबंधन को भी ज्यादा उम्मीद नहीं होगी.

केजरीवाल की गिरफ्तारी से सबसे ज्यादा कौनसा पक्ष खुश होगा? जवाब कांग्रेस हो सकता है!

आज भले ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी CM केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनके घर चले जाए, राहुल गाँधी और प्रियंका गांधी भले ही गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हो, CM केजरीवाल की गिरफ्तारी पर एकजुट दिखाने की कोशिश हो रही हो पर सबसे ज्यादा खुश होने की संभावना कांग्रेस की ही हो सकती है! सामने चुनाव न होते और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वोट की जरुरत न होती तो शायद परिस्थिति अलग ही होती क्योंकि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल, भारतीय जनता पार्टी से ज्यादा कांग्रेस के लिए ही सिरदर्द साबित हुए है, दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को सत्ता से बहार करनेवाला भाजपा नहीं बल्कि आप है.

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