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Hearing in matter was done through WhatsApp: हाईकोर्ट के इतिहास में पहली बार मामले में व्हाट्सएप के जरिए हुई सुनवाई, पढ़ें पूरा मामला

Hearing in matter was done through WhatsApp: हाईकोर्ट के इतिहास में सर्वप्रथम बार किसी जज ने मोबाइल ऐप (व्हाट्सएप) के जरिए मामले की सुनवाई की

नई दिल्ली, 17 मईः Hearing in matter was done through WhatsApp: हाईकोर्ट के इतिहास में सर्वप्रथम बार किसी जज ने मोबाइल ऐप (व्हाट्सएप) के जरिए मामले की सुनवाई की हैं। यह चकित कर देने वाला मामला रविवार की छुट्टी वाले दिन का है। दरअसल मद्रास हाईकोर्ट के जज जस्टिस जी.आर.स्वामीनाथन रविवार को एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए शहर से बाहर गए थे। वहीं से उन्होंने वॉट्सऐप के माध्यम से मामले की सुनवाई की।

Hearing in matter was done through WhatsApp: मामला धर्मपुरी जिले के एक मंदिर से जुड़ा हुआ था। अभीष्ट वरदराजा स्वामी मंदिर से हर साल निकलने वाली रथ यात्रा पर हिंदू धार्मिक और परमार्थ विभाग से संबद्ध निरीक्षक ने मंदिर प्रशासन और ट्रस्टी को रथयात्रा रोकने का आदेश दिया था।

Hearing in matter was done through WhatsApp: मामले में अभीष्ट वरदराजा स्वामी मंदिर के वंशानुगत ट्रस्टी पी.आर.श्रीनिवासन ने दलील दी थी कि अगर सोमवार को उनके गांव में प्रस्तावित रथ महोत्सव आयोजित नहीं किया गया तो गांव को दैवीय प्रकोप झेलना पड़ेगा। इसी मामले में आपात स्थिति को देखते हुए जज जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने व्हाट्सएप के जरिए मामले की सुनवाई की।

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Hearing in matter was done through WhatsApp: मामले की सुनवाई शुरू करते ही जज ने कहा कि रिट याचिकाकर्ता की प्रार्थना के कारण मुझे नागरकोइल से आपातकालीन सुनवाई करनी पड़ी है और यह सुनवाई व्हाट्सएप के जरिए की जा रही है। जस्टिस जी.आर.स्वामीनाथन मामले की सुनवाई कर रहे थे, वहीं याचिकाकर्ता के वकील वी राघवाचारी एक स्थान से और सॉलिसिटर जनरल आर षणमुगसुंदरम दूसरी जगह से सुनवाई में हिस्सा ले रहे थे।

सुनवाई करते हुए जस्टिस ने हिंदू धार्मिक और परमार्थ विभाग से संबद्ध निरीक्षक को मंदिर प्रशासन और ट्रस्टी को रथयात्रा रोकने का आदेश जारी करने का अधिकार नहीं है। वहीं सालिसिटर जनरल ने जज से कहा कि सरकार को महोत्सव के आयोजन से कोई समस्या नहीं हैै। सरकार की चिंता सिर्फ आम जनता की सुरक्षा है। उन्होंने तर्क दिया कि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं होने की वजह से तंजोर जिले में हाल में ऐसी ही एक रथ यात्रा में बड़ा हादसा हुआ था।

जज ने दिया यह निर्देश

Hearing in matter was done through WhatsApp: इस पर जज ने मंदिर के अधिकारियों को निर्देश दिया कि रथयात्रा के आयोजन के दौरान सरकार की ओर से निर्धारित नियम एवं शर्तों का कड़ाई से पालन किया जाए। साथ ही साथ जज ने सरकारी विद्युत वितरक कंपनी टैनगेडको रथयात्रा शुरू होने से लेकर इसके गंतव्य पर पहुंचने तक कुछ घंटों के लिए क्षेत्र की बिजली काट देने का निर्देश भी दिया हैं।

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