Virah jee raha hoon: मैं विरह जी रहा हूं, विरह का त्याग नहीं किया

Virah jee raha hoon: !!मैं विरह जी रहा हूं!! Virah jee raha hoon: तेरे जाने के बाद विरह की पीढ़ा में आँसू नहीं बहाए मैंने पी गया दर्द की कड़वाहट को दही की मीठी … Read More

Father’s day: इस दुनिया में मेरी पहचान है वो

!! पिता !! (father’s day) Father’s day: इस दुनिया में मेरी पहचान है वोकभी डगमगा के गिरने लगूं तो संबल है वोइरादे कमजोर होने लगे तो ताकत है वोआगे बढ़ते … Read More

father’s day: जो बचपन से ही बच्चों की खुशी के लिए अपनी….

!! पिता !!(father’s day) father’s day: जो बचपन से ही बच्चोंकी खुशी के लिए अपनीख्वाईशें मार देता हैवो पिता होता है आवारगी कीजिंदगी छोड़करजल्द ही जिम्मेदारियोंकी चादर ओढ़ लेता हैवो … Read More

Continual effort: परिंदे ऊंचाइयों कि कभी दूरी नहीं नापते….

!! निरन्तर प्रयास कि दौड़ !!(Continual effort) Continual effort: निरन्तर प्रयास कि दौड़शिकंजे मे कस कर रखो ये मेहनत का दौर तुम,आंधीयों से लड़ते रहो हर पल हर रोज तुम,ना … Read More

Wajid Hussain Sahil: बेसबब हमने लुटाया भी बहुत होता है: वाजिद हुसैन “साहिल”

Wajid Hussain Sahil: नज़्म…….उनका साया रहे…….. Wajid Hussain Sahil: बेसबब हमने लुटाया भी बहुत होता हैमुफ्त का माल है, ज़ाया भी बहुत होता है ये शजर जिनको मयस्सर नहीं उनसे … Read More

Agneepath ka agniveer: मैं अग्निपथ का अग्निवीर, नायक था किंतु अब नहीं

Agneepath ka agniveer: मैं अग्निपथ का अग्निवीर Agneepath ka agniveer:मैं अग्निपथ का अग्निवीरनायक था किंतु अब नहींमहानायक का भी स्वप्न नहींदेखूं भी अब कैसे यहाँ पेदूधमुंहा चलेगी सरहद तैयारीकैसे बचे, … Read More