Ganga flood update: वाराणसी में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर
Ganga flood update: खतरे का जलस्तर 71.26 मी0 है, जबकि गंगा नदी का वर्तमान जलस्तर 71.80 मी0 को कर रहा स्पर्श
- 01 सेमी0 प्रति/घण्टे की दर से बढ़ाव जारी
- 1978 में हाईएस्ट फ्लड लेबल था 73.900
- प्रत्येक बाढ़ राहत शिविर पर उप जिलाधिकारी/अपर नगर मजिस्ट्रेट/तहसीलदार/नायब तहसीलदार को नोडल बनाया गया है
- जनपद के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों तथा राहत शिविरों में प्रभावित लोगों के लिये जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर हो रहा राहत कार्य
- बाढ़ से 256.374 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुआ
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 28 अगस्त: Ganga flood update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में गंगा ने रौद्र रूप धारण कर ली हैं. गंगा के दोनों तरफ किनारे के समस्त इलाके जलप्लावित हो चुके हैं. वाराणसी में गंगा के खतरे का निशान 71.26 मीटर है. पिछले दो दिनों से गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं तथा रविवार दिन में 71.80 मीटर को स्पर्श कर रही हैं. बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है . वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से बात करके स्थिति की गंभीरता का जायजा लिया और बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है. काशी के सभी घाटों के किनारे मकान एक मंज़िल डूबने के बाद, गलियों और सडको पर बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है.
राजघाट के उत्तरी सिरे पर नवनिर्मित नमो घाट पूरी तरह जल मग्न हो गया. भैसासुर घाट , दशाश्वमेध घाट , हरिश्चन्द्र घाट, अस्सी घाट, रविदास घाट और सामने घाट पर गंगा का पानी सडको पर हिलोरें मार रहा है. अस्सी नगवा नाला ( पूर्व में अस्सी नदी ) में पलट प्रवाह के कारण नगवा के गंगोत्री विहार , साकेत नगर , रोहित नगर आदि इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. निचले इलाकों के घरों में सीवर के ओवर फ्लो करने के कारण, जन जीवन बेहाल होता जा रहा है.
गंगा के उस पार रामनगर क्षेत्र के कोदोपुर, कटेसर आदि क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. कोदोपुर में देवराहा बाबा आश्रम के सामने गंगा घाट को जाने वाली नवनिर्मित रोड पर भी पानी धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है. रामनगर से पड़ाव के बीच के समस्त क्षेत्रों मलहिया, कोदोपुर, कटेसर, सेमरा, डोमरी, पड़ाव, सुजाबाद, बहादुर पुर इलाके के समस्त तटवर्ती क्षेत्र जलप्लावित हो चुके हैँ. बीती रात को ही बाढ़ का पानी काशी कथा आश्रम के दोनों गेट को पार कर गया. पुरनियों की बातों पर यकीन किया जाये तो, पानी के बहाव की गति सन् 2013 और 1978 के उच्चतम स्तर की ओर अग्रसर दिख रहा है. अभी गंगा की रफ़्तार 1 सेमी./घंटे की है.
जनपद के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों तथा राहत शिविरों में रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों के लिये जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाया जा रहा है। जनपद में चिन्हित बाढ राहत शिविर की कुल संख्या 40, क्रियाशील बाढ़ राहत शिविर की संख्या 18 हैं। बाढ़ राहत शिविर में कुल 601 परिवार के 3109 लोग रूके हैं, जिसमें 12 वर्ष से कम बच्चों की संख्या 916 एवं वृद्धों की संख्या 245 है। बाढ़ राहत शिविर में 3150 व्यक्तियो को भोजन सामग्री वितरित किया गया।
बाढ़ राहत शिविरों में वितरित 1050 पैकेट दूध पैकेट 1050, केला 1100 के साथ ही 745 खाद्यान्न सामग्री के राहत कीट प्रभावितों को वितरित किए गए। राहत केन्द्रों पर रह रही महिलाओं/किशोरियों को वितरित डिग्निटी किट 318 व शिविरों हेतु कुल 40 मेडिकल टीम गठित किए गए हैं। 240 लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया गया, इसके साथ ही शिविर में अब तक 455 लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। बाढ़ से प्रभावित पशुओं को 608 कुंतल भूसा वितरित करने के साथ ही आज 146 सहित अब तक 487 पशुओं का उपचार किया गया। राहत एवं बचाव कार्य हेतु लगायी गयी नावों की संख्या 42, आज ओ0आर0एस के 180 पैकेट तथा अब तक ओ०आर०एस० के 370 पैकेट वितरित किए गए।
आज वितरित क्लोरिन टैबलेट 1360 तथा आज तक वितरित क्लोरिन 2640 हैं। इसके अलावा राहत शिविरों में पशु चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं। बाढ़ राहत शिविरों में साफ बिस्तर, प्रकाश, शौचालय, मेडिकल, सुरक्षा आदि की व्यवस्था की गयी है।राहत शिविर में विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात किया गया है। प्रत्येक बाढ़ राहत शिविर पर उप जिलाधिकारी/अपर नगर मजिस्ट्रेट/तहसीलदार/नायब तहसीलदार को नोडल बनाया गया है। बाढ़ राहत शिविर में रह रहे व्यक्तियों हेतु भोजन/पानी की समुचित प्रबंध किया गया है। जनपद वाराणसी में गंगा नदी के खतरे का जलस्तर 71.26 मी0 है। गत वर्ष 2021 में गंगा नदी का अधिकतम जलस्तर 72.32 मी0 था। रविवार को दिन में गंगा नदी का जलस्तर 71. 80 मी0 को स्पर्श किया. वर्तमान में गंगा का पानी 1 सेमी0 प्रति/घण्टे की दर से बढ़ रहा है।
बाढ़ से जनपद के कुल 19 वार्ड, 93 ग्राम सभा सहित कुल 112 ग्राम एवं वार्ड के 11017 लोग प्रभावित हुए हैं। 18 राहत चौकी स्थापित किए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थान पर राहत शिविर के अतिरिक्त रिश्तेदार, पड़ोस व अन्य स्थान पर 2346, राहत शिविर में 3109 सहित कुल 5455 बाढ़ प्रभावितों को विस्थापित किया गया है। 256.374 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुए हैं। इस प्रकार सदर तहसील के नगरीय के 19 वार्ड, 69 ग्राम सभा सहित कुल 88 ग्राम एवं वार्ड के 11017 लोग प्रभावित हुए हैं। 18 राहत चौकी स्थापित किए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थान पर राहत शिविर के अतिरिक्त रिश्तेदार, पड़ोस व अन्य स्थान पर 2346, राहत शिविर में 3109 सहित कुल 5455 बाढ़ प्रभावितों को विस्थापित किया गया है। 217.137 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुए हैं। इसी प्रकार राजातालाब तहसील के अंतर्गत 24 ग्राम सभा प्रभावित हुए हैं। जिसमे 39.237 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुए हैं।
क्या आपने यह पढ़ा…How to make duplicate driving license: लाइसेंस खो जाने पर डुप्लिकेट DL के लिए ऐसे करें अप्लाई, जानें स्टेप बाय स्टेप