Muskurana sikh rahi: मुस्कुराना सीख रही हूँ: ममता कुशवाहा

मुस्कुराना सीख रही (Muskurana sikh rahi) Muskurana sikh rahi: मुस्कुराना सीख रही हूँतुम्हारे बिना जीना सीख रही हूँहाँ आज फिर से मुस्कुराना सीख रही हूँजो तुम्हारे जाने के साथ-साथचेहरे से … Read More

क्या उसे हक नहीं खुले आसमान में उड़ाने का

नारी ही क्यों ? क्यो? नारी ही सहे अत्याचार |क्यों ? नारी ही रहे सिर झुकाएक्या नारी को हक नहीं जीने काअपने सपनों के साथ , क्या उसे हक नहींखुले … Read More