wakt ka khel: वक्त – वक्त का खेल है आज: अमरेश कुमार वर्मा
!! वक्त का खेल !!(wakt ka khel) wakt ka khel: वक्त – वक्त का खेल है आजएक जैसा न रहता वक्त हमेशाकभी उत्पीड़न तो कभी प्रसन्नवक्त हमेशा रहता है बदलता … Read More
!! वक्त का खेल !!(wakt ka khel) wakt ka khel: वक्त – वक्त का खेल है आजएक जैसा न रहता वक्त हमेशाकभी उत्पीड़न तो कभी प्रसन्नवक्त हमेशा रहता है बदलता … Read More
!! स्वाधीनता !! (Independence) Independence: एक मनुष्य की एक चाहतहोती बस स्वाधीनता हमारीकोई भी मनुष्य इस जगत मेंरहना चाहता नहीं दास्तां में । जीव, जंतु हो या फिर मनुष्यरहना चाहता … Read More
Paiso ka khel !!पैसों का खेलः पहले पैसों की कीमत ना थी इस जगत में!! ये जमाना पहले जैसा, बिल्कुल भी ना रहापहले पैसों की कीमत, ना थी इस जगत … Read More
!! बेजुवान मित्र !!(Our dumb friends) Our dumb friends: कुत्ता, बिल्ली, हाथी हो या गौहमें सब को इनसबों के साथकरना नहीं चाहिए दुर्व्यवहारयह होते हमारे बेजुबान मित्र । हम इंसानों … Read More
!! मंजिल की उड़ान !! (Manjil) मंजिल (Manjil) को हासिल करने मेंलाखों परेशानियां आएगीजो मात दिया परेशानियों कोउसी को मिलती है सफलतामंजिल की इस उड़ान में । मंजिल को पाने … Read More
!! सैनिक !! (Hamare veer sainik) Hamare veer sainik: ठंडी, गर्मी हो या बरसातरहते सीमा पर तैनातखुद अपनी नींदों को त्यागदेते हमें चैन की नींदवही हमारे वीर सैनिक । जब … Read More
!! समय !! (Samay) समय (Samay) होता है बलवानइनसे बड़ा न कोयदुनिया में आदर मिलेजो करे इनका सदुपयोग । जब समय रहती है तोसमझदारी नहीं रहतीजब समय नहीं रहतीतब समझदारी … Read More
!! इंसानियत !!(Insaniyat) इंसानियत (Insaniyat) के राह परहमें चलना होगाठोकरे खा- खा करहमें संभालना होगा । इंसान इंसानियत के बिनाइंसान नहीं होतामानव मानवता से बड़ाकोई धर्म नहीं होता । इंसानियत … Read More