Vasant kanya mahaviddhlay

Vasant Kanya Mahavidyalay: वसंत कन्या महाविद्यालय में मनाया गया शिक्षक दिवस समारोह

Vasant Kanya Mahavidyalay: संस्कृत विभाग और छात्रा सलाहकार एवं परामर्श समिति के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम

  • संस्कृत के प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर राजीव रंजन सिंह का सारगर्भित व्याख्यान

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 05 सितम्बर: Vasant Kanya Mahavidyalay: वसन्त कन्या महाविद्यालय , कमच्छा, वाराणसी में संस्कृत विभाग और छात्रा सलाहकार एवं परामर्श समिति के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन संपन्न हुआ. इस अवसर पर सार्वभौमिक तथा सार्वकालिक शिक्षा के प्रसारिका, “श्रीमद्भगवद्गीता “पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रो. राजीव रञ्जन सिंह, पूर्व संकायाध्यक्ष, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय ने श्री कृष्ण को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के रूप में प्रतिष्ठित करते हुए, श्रीमद्भगवद्गीता को जीने की कला Art of Living बताया, जो सांसारिक जीवन में व्यवहारिक मार्गदर्शन करती है.

श्रीमती उमा भट्टाचार्य,प्रबन्धक ने डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन् के महान व्यक्तित्व को उद्घाटित करते हुए उनके द्वारा लिखित गीता व्याख्या के वैशिष्ट्य पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने डॉ. राधाकृष्णन को शिक्षकत्व का प्रतिमान बताते हुए शिक्षणके प्रति उनके समर्पण को अनुकरणीय बताया. विषय प्रवर्तन डॉ. शांता चटर्जी, अध्यक्षा, संस्कृत विभाग ने किया.

तत्पश्चात महाविद्यालय के सांस्कृतिक मंच “उत्सव”की ओर से “वर्षा मंगल”का आयोजन हुआ, जिसमें कुल 35 छात्राओं ने संस्कृत, हिन्दी, बांग्ला, भोजपुरी, मराठी आदि भाषाओं में कविताएं,भाषण तथा कजरी इत्यादि लोकगीतों और लोकनृत्यों की मनोहारी प्रस्तुतियां दीं.

इस अवसर पर प्रो. कल्पलता डिमरी ,प्रो. रेणु श्रीवास्तव, प्रो.आशा यादव, प्रो. मीनू पाठक, प्रो. संगीता देवड़िया, प्रो. सीमा वर्मा ,प्रो. निहारिका लाल, डॉ मंजू कुमारी राय , डॉ शशी कला इत्यादि प्राध्यापिकाओं सहित महाविद्यालय की छात्राओं ने मंत्रमुग्ध होकर प्रो. सिंह के प्रेरक व्याख्यान का श्रवण किया. संचालन स्वाति यादव ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.पूनम पाण्डेय ने किया.

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