Tribal Pride Week: जनजातीय गौरव सप्ताह के अंतर्गत जनजातीय सर्वेक्षण की कार्य योजना प्रस्तुत
Tribal Pride Week: हिंदी विश्वविद्यालय के सामाजिक नीति अनुसंधान प्रकोष्ठ की पहल
वर्धा, 19 नवंबर: Tribal Pride Week: महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जनजातीय गौरव सप्ताह के अंतर्गत गुरुवार (18 नवंबर) को सामाजिक नीति अनुसंधान प्रकोष्ठ की ओर से जनजातीय सर्वेक्षण की कार्य योजना प्रस्तुत की गयी. विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतिकुलपति प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल ने की।
यह कार्य योजना सामाजिक नीति अनुसंधान प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. के. बालराजु ने पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि डिनोटिफाइ और नाॅमेडिक ट्राइब जनजातीय समुदाय की संख्या महाराष्ट्र राज्य में सबसे अधिक और भारत में सन 2011 की जनगणना के आधार पर लगभग छह करोड़ से ऊपर है.
उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए सर्वेक्षण एवं अनुसंधान करने तथा उनको सामाजिक-आर्थिक संरक्षण प्रदान करना जरूरी है. इस दिशा में विश्वविद्यालय प्रयासरत है. हर समुदाय के पास अपना हूनर और कौशल है, उनकी अपनी पंचायत व्यवस्था भी है, वे मानसिक रूप से मज़बूत है. बावजूद इसके वे सरकारी एवं अन्य सामान्य लाभों से वंचित है. इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने संबंधित आयोग के पदाधिकारियों के साथ चर्चा भी की है.
उन्होंने कहा कि आयोग के साथ विश्वविद्यालय समझौता ज्ञापन करेगा और इन समुदायों को केंद्र में रखकर विकास कार्यक्रम तैयार करेगा. डॉ. बालराजु ने बताया कि सभीको सुविधा प्राप्त हो इस दिशा में केंद्र सरकार भी प्रयास कर रही हैं और विश्वविद्यालय योजना बनाकर उनके कार्यान्वयन का काम करेगा.
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में प्रतिकुलपति प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी जनजातीय समुदाय के लोग अनेक लाभों से वंचित है. विश्वविद्यालय ऐसे समुदायों को शेष भारत के साथ जोड़़ने का काम करेगा और विश्वविद्यालय का सामाजिक नीति अनुसंधान प्रकोष्ठ भारत के जनजातीय गौरव को बढ़ाएगा.
महात्मा गांधी फ्यूजी गुरुजी सामाजिक कार्य अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो. मनोज कुमार ने कहा कि जनजातीय समुदाय के सर्वेक्षण एवं अनुसंधान के कार्य में विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा. कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. चंद्रशेखर पाण्डेय ने किया तथा आभार सहायक प्रोफेसर डॉ. शिव सिंह बघेल ने माना.
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर, सहायक प्रोफेसर डॉ. राजेश लेहकपुरे, डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय, डॉ. निशीथ राय, डॉ. भरत पंडा, डॉ. सीमा बर्गट, डॉ. गौरी शर्मा, डॉ. धीरज मसराम, डॉ. हेमचंद्र ससाने, डॉ. योगेन्द्र बाबू, डॉ. पुष्पा नामदेव, डॉ. सारिका शर्मा, डॉ. गजानन निलामे उपस्थित थे.