Red light on gaadi off campaign

Red light on gaadi off campaign: दिल्ली में 18 अक्टूबर से 18 नवंबर तक चलेगा ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान’- गोपाल राय

Red light on gaadi off campaign: दिल्ली में रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत 100 चौराहों पर 2500 सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए जाएंगे- गोपाल राय

नई दिल्ली, 14 अक्टूबरः Red light on gaadi off campaign: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत पर्यावरण, राजस्व एवं दिल्ली पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक हुई। दिल्ली में 18 अक्टूबर से 18 नवंबर तक ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान’ चलेगा। रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत 100 चौराहों पर 2500 सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए जाएंगे। दिल्ली के 90 चौराहों पर 10-10 वालंटियर और 10 मुख्य चौराहों पर 20-20 सिविल डिफेंस के पर्यावरण मार्शल तैनात किए जाएंगे। यह अभियान सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक दो शिफ्ट में चलेगा। ‘मुख्यमंत्री की तरफ से जनता के नाम अपील’ का पंफलेट भी चौराहों पर वितरित किया जाएगा

दिल्ली सचिवालय के सभागार में गुरुवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा सभी पहलुओं पर काम किया जा रहा है। दिल्ली के अंदर धूल प्रदूषण को रोकने के लिए 7 अक्टूबर से एंटी डस्ट अभियान चलाया जा रहा है। पराली के प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में पूसा बायो डी कंपोजर घोल का छिड़काव किया जा रहा है।

पिछले दिनों सीएम अरविंद केजरीवाल ने वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली के लोगों से अपील की थी कि जनता की सहभागिता के बिना इस मिशन को मंजिल तक नहीं पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने तीन अपील की थी रेड लाइट ऑन होने पर गाड़ी ऑफ करें। दूसरा सप्ताह में एक ट्रिप कम करें या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें या कार पुलिंग करें। तीसरा दिल्ली के अंदर किसी भी तरह का प्रदूषण होता दिख रहा है तो ग्रीन दिल्ली ऐप पर सूचित करें।

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सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि 18 अक्टूबर से रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान लांच किया जाएगा। रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत यातायात विभाग, सिविल डिफेंस, एसडीएम और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की गई। संयुक्त बैठक में निर्णय लिया गया है कि 18 अक्टूबर से दिल्ली के अंदर पुलिस के जो 13 जिले हैं, उनमें 100 चौराहों पर सिविल डिफेंस वालंटियर के माध्यम से यह अभियान चलाया जाएगा।

इन 100 चौराहों पर 2500 सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए जाएंगे। जिनमें से 90 चौराहों पर 10 वालंटियर तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा 10 मुख्य चौराहों पर 20-20 सिविल डिफेंस के पर्यावरण मार्शल तैनात किए जाएंगे। मुख्य चौराहों चंदी राम अखाड़ा, आईटीओ चौक, राजघाट चौक, तिलक मार्ग, भगवान दास क्रॉसिंग, कडकडी मोड, बाराखंभा टॉलस्टॉय मार्ग, राजेश पायलट मार्ग, मधुबन चौक, मोती बाग रिंग रोड और पीरागढ़ी चौक सहित दस मुख्य चौराहों पर 20-20 वालंटियर तैनात किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि अभियान सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक चलेगा। पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी। दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शाम 8 बजे तक होगी। इन दोनों पारियों में वालंटियर चौराहों पर तैनात रहेंगे। इस पूरे अभियान के दौरान मुख्यमंत्री की तरफ से जनता के नाम अपील का पंफलेट भी लोगों में चौराहों पर वितरित किया जाएगा। जिससे कि रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान में हिस्सेदारी करें। दूसरा हफ्ते में एक बार ट्रिप कम करें और ग्रीन दिल्ली ऐप पर शिकायत करें।

इन चौराहों पर सिविल डिफेंस वालंटियर टी शर्ट-कैप पहनकर जागरूकता के लिए प्ले कार्ड लेकर खड़े होंगे, ताकि लोगों में जागरूकता आए। इन अभियानों को सफल करने के लिए दिल्ली की आरडब्लूए, मार्केट एसोसिएशन, क्लब और पर्यावरण से संबंधित एनजीओ के साथ संवाद कर रहे हैं। जिससे कि वो अपने क्षेत्रों में लोगों तक इस बात को पहुंचा सकें।

गोपाल राय ने कहा कि पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन (पीसीआरए) की शोध के मुताबिक अगर रेड लाइट पर गाड़ियों को बंद किया जाए तो 13 से 20 फीसदी तक वाहन प्रदूषण कम किया जा सकता है। इसके अलावा लगभग 250 करोड़ रुपए बचाए जा सकते हैं। यह एक ऐसा अभियान है कि जिसमें हम अपने व्यवहार को बदलकर वाहन प्रदूषण को कम करने में सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभियान पिछली बार काफी सफल रहा था। लोगों ने काफी सहयोग किया था। दिल्ली के लोगों विशेषकर अध्यापक, वकील, ट्रेड यूनियन और सरकारी- निजी दफ्तरों में काम करने वाले लोगों से अपील करता हूं कि आप सबके सहयोग की जरुरत है।

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण दो तरह का है, पहला दिल्ली की अंदर पैदा होता है और दूसरा प्रदूषण दिल्ली के बाहर से आता है। दूसरे राज्यों में पराली जलने की शुरुआत के साथ दिल्ली का वायु स्तर बदल रहा है। दिल्ली ने ठाना है कि अपने हिस्से का प्रदूषण कम करेंगे। दूसरे राज्यों का जो प्रदूषण आ रहा है, उसको रोकना हमारे बस में नहीं है।

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इसके लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के मंत्रियों से भी बात की है। लेकिन दिल्ली का जो  वाहन प्रदूषण, धूल प्रदूषण, बायोमास बर्निंग प्रदूषण है उस सभी को हम कम करेंगे। हमारी अपील है कि अपने हिस्से का प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास करें। सरकार चौतरफा प्रयास कर रही है। दिल्ली के सभी लोग मिलकर अगर इस पहल को लागू करें तो भरोसा है कि रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के माध्यम से वाहन प्रदूषण को कम करने में सफल होंगे।

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