Mobile Forensic Crime Scene Unit

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 6 नए मोबाइल फॉरेंसिक क्राइम सीन यूनिट (Mobile Forensic Crime Scene Unit) खोले: सत्येंद्र जैन

अभी तक फॉरेंसिक रिपोर्ट आने में 4 से 5 सालों तक का समय लग जाता था, लेकिन अब सिर्फ (Mobile Forensic Crime Scene Unit) एक से दो महीने के अंदर रिपोर्ट मिल जाएगी- सत्येंद्र जैन

Mobile Forensic Crime Scene Unit

रिपोर्ट: महेश मौर्य, दिल्ली

नई दिल्ली, 04 फरवरी, 2021: दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने आज दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में छह नए (Mobile Forensic Crime Scene Unit) मोबाइल फॉरेंसिक क्राइम सीन यूनिट का उद्घाटन किया। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में छह नए मोबाइल फॉरेंसिक क्राइम सीन यूनिट खोला है। इस यूनिट के खुलने के बाद पुलिस के सामने आ रही विभिन्न समस्याओं का समाधान हो सकेगा और पुलिस को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

यह यूनिट्स दिल्ली के अंदर किसी भी जगह पर पहुंचने में सक्षम होंगी और यह 24 घंटे उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि अभी तक फॉरेंसिक रिपोर्ट आने में 4 से 5  साल तक का  लंबा समय लग जाता था, लेकिन अब इन यूनिट्स के शुरू होने जाने के बाद सिर्फ एक से दो महीनों में रिपोर्ट मिल जाएगी।

Satendra Jain 1

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि आज दिल्ली सरकार ने (Mobile Forensic Crime Scene Unit) छह मोबाइल फोरेंसिक क्राइम सीन यूनिट की शुरूआत की है। हमने इस बात को ध्यान में रखते हुए इन यूनिट्स को लांच किया है कि जब भी जरूरत होगी, यह यूनिट्स राजधानी दिल्ली में किसी भी अपराध स्थल पर पहुंच सकेंगी। यह यूनिट्स दिल्ली के अंदर किसी भी जगह तक पहुंचने में सक्षम होंगी और यह 24 घंटे उपलब्ध होंगी। अभी तक फॉरेंसिक रिपोर्ट को आने में लंबा समय लग जाता था, लेकिन अब वह सिर्फ एक से 2 महीनों में मिल जाया करेगा।

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सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार इस तथ्य से अवगत है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में डीएनए नमूनों का पता लगाने में छह महीने से अधिक समय लगता था, लेकिन अब बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ रिपोर्ट एक से दो महीने के अंदर आ जाएंगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में सिर्फ एक लैब होने के कारण दिल्ली फॉरेंसिक कार्यालय को सबूतों को जमा करने और उन्हें सुरक्षित लैब तक पहुंचाने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ज्यादा दूरी होने के कारण फिंगर प्रिंट और डीएनए जैसे सबूत नष्ट हो जाते थे। इस समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 6 नए लैब की शुरूआत की है, जिससे दिल्ली फॉरेंसिक कार्यालय को काफी मदद मिलेगी।

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फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की निदेशक दीपा वर्मा ने बताया कि प्रयोगशाला ने क्राइम सीन मैनेजमेंट डिवीजन के लिए वैज्ञानिक कर्मचारियों की भर्ती की है, ताकि क्षेत्र स्थानों पर और अधिक तैनाती के लिए मोबाइल फोरेंसिक क्राइम सीन इकाइयों का गठन किया जा सके। प्रयोगशाला के वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट की समीक्षा करने, उनके कार्यशीलता का पर्यवेक्षण करने और इन इकाइयों का नेतृत्व करने के लिए सौंपा गया है।

दिल्ली सरकार, आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रति जनता की संतुष्टि बढ़ाने और अच्छी तरह से परिभाषित गुणवत्ता प्रणाली, विश्व स्तरीय पेशेवरों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाली फोरेंसिक रिपोर्ट देने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह लैब दिल्ली के 6 अलग-अलग स्थानों पर स्थित है, जो इस प्रकार हैं-
1- पूर्वी जोन के उस्मानपुर पुलिस स्टेशन, 2- पश्चिमी जोन के द्वारका पुलिस स्टेशन, 3- केंद्रीय जोन सदर बाजार पुलिस स्टेशन, 4- नई दिल्ली जोन दिल्ली कैंट, 5- दक्षिणी जोन ग्रेटर कैलाश और 6- उत्तरी जोन रोहिणी सेक्टर-14।