IIT BHU alumnus donated one crore

IIT BHU alumnu donated one crore: आईआईटी (बीएचयू) के पूर्व छात्र ने प्रयोगशाला स्थापित करने हेतु दिया एक करोड़ का दान

  • मैकेनिकल विभाग में 1971 बैच के पुरातन छात्र आर एन त्रिपाठी ने संस्थान को दिया एक करोड़ रुपये का दान

IIT BHU alumnu donated one crore: दान से प्राप्त रुपये से होंगी आईआईटी (बीएचयू) में मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन प्रयोगशाला की संस्थापना

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 30 अप्रैलः IIT BHU alumnu donated one crore: आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी के 1971 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र और वेद ससोमेकनिका (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, कानपुर के प्रमोटर आर.एन.त्रिपाठी ने आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन प्रयोगशाला की स्थापना के लिए एक करोड़ रुपये का दान किया हैं।

IIT BHU alumnu donated one crore: आर.एन.त्रिपाठी ने आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी के निदेशक प्रो.प्रमोद कुमार जैन को एक करोड़ रुपये का बैंक ड्राफ्ट भेंट किया। त्रिपाठी ने अपने बैच के दो साथियों वी.एस.गर्ग और राजीव पांडेय के साथ सपरिवार संस्थान का दौरा किया। निदेशक प्रो.प्रमोद कुमार ने संस्थान में सभी का स्वागत किया।

इस दौरान अधिष्ठाता (संसाधन एवं पूर्व छात्र) प्रो.राजीव श्रीवास्तव, संस्थान के अन्य अधिष्ठाता, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रतिनिधि और प्रो.ए.के.त्रिपाठी (संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी) अतिथियों सहित उपस्थित थे। संस्थान ने दान देने वाले के सम्मान में प्रस्तावित प्रयोगशाला का नाम आर.एन.त्रिपाठी (मेक,1971 बैच) मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैबोरेटरी रखने का निर्णय लिया।

IIT BHU alumnu donated one crore: निदेशक प्रो.जैन ने आर.एन.त्रिपाठी को अपनी मातृ संस्थान के लिए दिए गए उदार दान हेतु धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। आपने बताया कि मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब दो चरणों में नवीनतम आधुनिक उपकरण सुविधा से सुसज्जित होने वाली एक उन्नत प्रयोगशाला होगी।

क्या आपने यह पढ़ा…… Dangerous cooking oil: कैंसर होने का कारण बन सकते हैं यह खाद्य तेल, आज से ही बना लें दूरी

IIT BHU alumnu donated one crore: प्राप्त दान का उपयोग चरण-1 में औद्योगिक मेकट्रॉनिक्स प्रशिक्षण प्रणाली, एकीकृत रोबोटिक मिग वेल्डिंग सेल, कम्प्यूटरीकृत अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग मशीन, मिनी रोबोट डीआईवाई किट (5 एक्सिस) आदि जैसे आधुनिक उपकरणों के साथ उक्त प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए किया जाएगा। दाता से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त सहायता से एक वर्ष के बाद अन्य आधुनिक उपकरण सुविधा के साथ प्रयोगशाला को दूसरे चरण में और विकसित किया जाएगा।

प्रस्तावित प्रयोगशाला के उद्देश्य में निम्नलिखित बातें महत्वपूर्ण हैंः…..

  • मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन के अत्याधुनिक क्षेत्रों में अंतःविषय अनुसंधान और उद्योग संचालित नवाचार करने के लिए यूजी/पीजी/रिसर्च स्कॉलर्स के लिए एक केंद्रित प्रयोगशाला वातावरण।
  • एमएसएमई के तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का प्रावधान।
  • संस्थान-आधारित प्रौद्योगिकी को बाजार में स्थानांतरित करने का एक अभ्यास।
  • उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग और सरकार के साथ सहयोग।

IIT BHU alumnu donated one crore: संस्थान के निदेशक ने बताया कि मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन एक एकीकृत अवधारणा है जिसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंट्रोल, रोबोटिक्स और कंप्यूटर से सीखने के सिद्धांतों को शामिल किया गया है, जो कुशल और स्मार्ट उत्पादन प्रणालियों को विकसित और नियंत्रित करने और ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्माताओं की क्षमता को पुनर्जीवित करते हैं।

यह परिष्कृत अवधारणा समय के साथ विकसित हुई है और अब इसे स्वचालित उपकरणों, स्मार्ट मशीनों और वाणिज्यिक व देशी उद्देश्यों के लिए प्रक्रियाओं को डिजाइन और विकसित करने के लिए नियोजित किया जाता है। मेकट्रॉनिक्स आधारित स्वचालित सिस्टम, अर्थात् स्वचालित निरीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन, स्वचालित पैकेजिंग, रिकॉर्ड बनाना और स्वचालित प्रेषण, पूरी उत्पादन प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं।

आर.एन.त्रिपाठी और उनकी कंपनी के बारे में…...

आर.एन.त्रिपाठी, वेद ससोमेकनिका (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, कानपुर के प्रमोटर हैं एवं 1971 में आईटी, बीएचयू से मैकेनिकल इंजीनियर में स्नातक और 1973 में आईआईटी, दिल्ली से एम.टेक (डिजाइन) किए हुए हैं। इसको मातृ संख्या बीएचयू से प्यार माता-पिता से विरासत में मिला था। इनके पिता-बीएचयू के मेडिकल संकाय से ए.बी.एम.एस. और माता महिला कॉलेज बीएचयू से 1946 में बी.ए. व बी.एड है, जब पं.मदन मोहन मालवीय बीएचयू के कुलपति थे।

IIT BHU alumnu donated one crore: वेद ससोमेकनिका (इंडिया) प्रा.लिमिटेड की स्थापना 1987 में इटली के ससोमेकनिका एस.आर.एल. के सहयोग से स्वचालित मार्बल प्रोसेसिंग मशीनों के निर्माण के लिए की गई थी। 1992-93 में कंपनी ने लोकोमोटिव की प्रमुख वस्तुओं के निर्माण के लिए डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी के साथ वैकल्पिक रूप से जुड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज की।

वर्तमान में कंपनी लोकोमोटिव, कोच और मेट्रो के लिए भारतीय रेलवे के लिए एक सुरक्षा आइटम बोगी फ्रेम्स का निर्माण कर रही है और पिछले 30 वर्षों में 15,000 से अधिक बोगीफ्रेम की आपूर्ति कर चुकी है। एकमात्र ऐसी कंपनी होने के अनूठे गौरव के साथ, जिसे सभी लोकोमोटिव और कोच बोगियों के प्रोटोटाइप विकसित करने के आदेश मिलते थे उसे सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें एक्सपोटेक/राइट्स और नवीनतम वंदे भारत बोगी फ्रेम्स के माध्यम से कई निर्यात परियोजनाएं शामिल हैं।

वेद ससोमेकनिका बोगीफ्रेम के निर्माण के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक तकनीक से संपन्न है। यह ईएन 15085 के यूरोपीय मानक के साथ प्रमाणित एक लिमिटेड निर्माण कंपनियों में से एक है। इस कंपनी को 2017 में आईसीएफ/चेन्नई द्वारा वंदे भारत ट्रेन के लिए बोगी फ्रेम बनाने के लिए एकमात्र निर्माता के रूप में चुना गया था।

IIT BHU alumnu donated one crore: कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में डीएलडब्लू, वाराणसी; सीएलडब्ल्यू, चितरंजन; आईसीएफ, चेन्नई; एमसीएफ, रायबरेली; पीएलडब्ल्यू, पटियाला और राइट्स एक्सपोटेक के माध्यम से विभिन्न देशों को निर्यात करता हैं।

Hindi banner 02