इंटरनेट कॉलिंग से गैंगस्टर दे रहे हैं आउटसोर्सिंग कंपनियों को धमकी
रिपोर्ट: शैलेश रावल, धनबाद
धनबाद, 06 जनवरी: गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग द्वारा पिछले 25-30 दिनों में धनबाद की सभी आउटसोर्सिंग कंपनियों के मालिक व पदाधकारी, ट्रांसपोर्टर और रेक लोडिंग से जुड़े ट्रांस्पोर्टरों के अलावा कोयला कारोबारियों को मोबाइल मैसेज भेज कर रंगदारी की मांग की जा रही है। जेल में बैठ कर रंगदार इंटरनेट आधारित कॉलिंग कर रहे हैं। नीदरलैंड और इराक के वर्चुअल नंबरों से ही वाट्सएप कॉलिंग की जा रही है। अपने आपको मयंक बताने वाला शख्स भी कॉलिंग और मैसेज भेजने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है। इसलिए नंबरों को ट्रैक करने में पुलिस को परेशानी हो रही है। करीब 35 से 40 लोगों को वर्चुअल नंबरों से मैसेज, ऑडियो मैसेज और वीडियो मैसेज भेजा गया है। लेकिन पुलिस रंगदारी के नेटवर्क को ध्वस्त नहीं कर पा रही है।
दूसरी ओर पुलिस अनुसंधान में पता चला है कि नीरज सिंह हत्याकांड का कथित शूटर अमन सिंह खुद भी कारोबारियों को फोन कर रंगदारी मांग रहा है। अमन की तरह रंगदारी के मास्टर माइंड सुजीत सिन्हा भी जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद है। उसका दाहिना हाथ माना जाने वाला अमन साहू भी रांची जेल में है। जेल में बैठ कर ये सभी धनबाद का अमन-चैन छीन रहे हैं। ऐसे में जेल में बंदियों के बंदिश पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कोरोबारियों को धमकी देने के कारण ही अमन सिंह को रांची जेल में शिफ्ट किया गया था। लेकिन रांची जेल की दीवारें भी उसके मंसूबों के आगे छोटी पड़ गई हैं।