PM Modi in ambaji

CM gift to PM: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री को संगमरमर की नक्काशी से बने कल्पवृक्ष की भेंट अर्पण की

CM gift to PM: SAPTI द्वारा संगमरमर का नक्काशी कार्य कर कल्पवृक्ष का निर्माण किया गया

गांधीनगर, 30 सितंबर: CM gift to PM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय गुजरात यात्रा के दौरान राज्य को अनेक विकास कार्यों की भेंट दी। इसी क्रम में मोदी ने शुक्रवार को शक्तिपीठ अंबाजी मंदिर में दर्शन कर आरती में भाग लिया। अंबाजी में प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित किया।

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अंबाजी में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक विशेष कल्पवृक्ष की भेंट अर्पण की। यह कल्पवृक्ष संगमरमर के पत्थर से बनाया गया है। यह कल्पवृक्ष उद्योग राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में स्टोन आर्टिज़न पार्क ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (SPATI) से जुड़े शिल्पकारों द्वारा तैयार किया गया है।

कल्पवृक्ष के विषय में:

दैवीय इच्छाएँ पूर्ण करने वा कल्पवृक्ष समुद्र मंथन से प्राप्त महत्वपूर्ण धार्मिक प्रतीक है; जिसके प्रति हिन्दू, जैन तथा बौद्ध अनुयायियों में श्रद्धा तथा आदर भाव है। माना जाता है कि सनातन काल से सांसारिक एवं आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति द्वारा कल्पवृक्ष ने जीवन का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान युग में भी कल्पवृक्ष पर्यारणीय असंतुलन की समस्या के निवारण तथा वन्य सम्पदा संरक्षण हेतु जागरूकता लाने में वैश्विक रूप से सुसंगत है।

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अंबाजी के नवीनीकरण एवं सुशोभन में SAPTI का योगदान:

यात्राधाम अंबाजी का नवीनीकरण एवं सुशोभन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के स्वप्न को मूर्तरूप देते में SAPTI, अंबाजी द्वारा इस सुशोभन में विशेष योगदान दिया जा रहा है। SAPTI, अंबाजी में सिम्पोजियम की अनूठी श्रृंखला अर्थात् शिल्पोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस भव्य परिषद में देश के विभिन्न राज्यों से वरिष्ठ व प्रतिष्ठित कलाकारों के अतिरिक्त उदीयमान शिल्करापों को भी उनकी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया जाता है।

शिल्पोत्सव के अंतर्गत अब तक तीन परिषदें आयोजित हो चुकी हैं, जिसमें लगभग 50 शिल्पों का निर्माण किया गया है। अंबाजी एवं गब्बर हिल क्षेत्र के निकटस्थ आउटडोर स्थलों को सुशोभित करने के लिए पत्थर के इन शिल्पों को विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया गया है। ये अद्भुत शिल्प अंबाजी को पाषाण कला के व्यापक केन्द्र के रूप में और अंबाजी के पर्यटन को गति देने के साथ-साथ पर्यटकों-भक्तों को गुजरात एवं अंबाजी के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक संदर्भ के साथ जोड़ेंगे।

नरेंद्र मोदी का विज़न: आर्टिजन पार्क ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (SAPTI) की स्थापना:

गुजरात शिल्पकला की भव्य विरासत के साथ-साथ पत्थर की प्राकृतिक खदानों से समृद्ध है। राज्य के बनासकाँठा ज़िले में दाँता तहसील मारबल एवं ग्रेनाइट और सुरेंद्रनगर ज़िले में ध्रांगध्रा तहसील सेंडस्टोन के लिए विख्यात है। राज्य के स्टोन आर्ट उद्योग में व्याप्त विपुल संभावनाओं का उपयोग कर शिल्पकार्य की इस मूल्यवान धरोहर को आगे बढ़ाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर गुजरात में अंबाजी तथा सौराष्ट्र में ध्रांगध्रा में संसाधनों से सुसज्ज शिल्प परिसर आरंभ करने की परिकल्पना की थी।

परंपरागत रूप से पत्थर कला-कारीगरी के साथ जुड़े समुदायों में आजीविका बढ़ाने और पत्थर शिल्पकला के व्यवसाय को बढ़ावा देकर कुशल कारीगर तैयार करने के उद्देश्य से राज्य के उद्योग एवं खदान-खनिज विभाग के अधीनस्थ भूस्तर विज्ञान व खनिज आयुक्तालय द्वारा वर्ष 2009 में SAPTI की स्थापना की गई थी। SAPTI को सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न प्रकार के नए पाठ्यक्रम आरंभ किए गए हैं और शिल्पकला एवं डिज़ाइन क्षेत्र के अनुभवी फ़ैकल्टीज़ की नियुक्ति की गई है।

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