Indo Tibetan Association

China olympics 2022: चीन में आयोजित ओलंपिक 2022 का बहिष्कार करें भारतः शेरींग

China olympics 2022: जनजागृति अभियान के संदर्भ में तिब्बतियन युथ कांग्रेस की तरफ से 15 बाइकर्स भारत भ्रमण के लिए निकले

अहमदाबाद, 27 दिसंबरः China olympics 2022: दिनांक 26 दिसंबर को भारत-तिब्बत मैत्रीसंघ द्वारा आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए राज्य संयोजक डॉ. अमित ज्योतिकर ने बताया कि भारत-तिब्बत मैत्रीसंघ 1956 (तिब्बत के आजाद होने के बाद) से कार्यरत हैं। चीन ने अपनी साम्राज्यवादी नीति के कारण ताइवान, हांगकांग और तिब्बत जैसे देश को भी अपने अधीन कर लिया हैं। 1949 में तिब्बत को गुलाम बनाने के बाद चीन का बॉर्डर भारत के नजदीक होने से भारत का सुरक्षा खर्च भी बढ़ गया हैं। यदि तिब्बत आजाद हो जाए तो भारत इसका खर्च अपने विकास में कर सकता हैं।

तिब्बत दुनिया मे सब से अधिक ऊंचाई पर आया हुआ हैं। परिणाम स्वरूप चीन ने रावलपिंडी, लाहौर और करांची की तरफ मिसाइल बिछाए ही नही परन्तु उसका मुंह भारत की तरफ हैं। पर्यावरण को भी इससे काफी नुकसान हो रहा हैं। जिसके परिणामस्वरूप जंगल भी नष्ट हो रहे हैं। नदियां भारत की ओर बहती है जिससे भयंकर बाढ़ का भी सामना करना पड़ता हैं।

करोड़ो हिदुंओं की आस्था का प्रतीक कैलाश मानसरोवर चीन के अंदर में होने से प्रत्येक भारतीय को 500 डॉलर का खर्च करना पड़ता हैँ। इसी की वजह से भारत-तिब्बत मैत्री संघ कैलाश मानसरोवर मुक्ती आंदोलन वर्षों से चला रहा हैं। उनका दृढ़ विश्वास है कि तिब्बत की स्वतंत्रता के लिए भारत सुरक्षित है। परम पूज्य दलाईलामा के आदर्श और उनकी दुःख की घड़ी में भी भारत उनके साथ हैं। कोरोना महामारी में भारत-तिब्बत मैत्रीसंघ के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री राहत कोष ने भी हर संभव सहायता की हैं।

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इन विविध मुद्दों तथा जनजागृति अभियान के संदर्भ में तिब्बतियन युथ कांग्रेस की तरफ से 15 बाइकर्स भारत भ्रमण के लिए निकले हैं। युथ कांग्रेस के अध्यक्ष शेरींग ने बताया कि 2022 में चीन का ओलंपिक (China olympics 2022) में बायकट करना, पंचम लामा को जेल से मुक्ती दिलाना, शहीद हुए 167 तिब्बतियन स्वतंत्र सेनानी की चीन द्वारा की गई हत्या के संदर्भ में सुनवाई, भारत तथा भारतीयों द्वारा किए गए सहयोग के प्रति आभार, तिब्बत एक अलग राष्ट्र है था और रहेगा इस निर्णय के साथ पूरे भारत में भ्रमण कर रहा हैं।

शेरींग ने कहा कि विश्व के अमेरिका, ब्रिटेन, कनाड़ा, जापान, स्कॉटलैंड सहित 8 राष्ट्रों ने चीन में आयोजित होनी वाली 2022 की ओलंपिक का राजनैतिक विरोध किया हैं। आगामी समय में इसमें ओर राष्ट्रों को शामिल करने तथा तिब्बत वर्षों से भारत को गुरु का दर्ज देते आया है तो ऐसी मुश्किली में भी भारत भी चीन में आयोजित ओलंपिक 2022 (China olympics 2022) का राजनैतिक विरोध करें ऐसी आशा तिब्बत के नागरिकों की है।

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