Mai meera diwani: तू श्याम मेरा,मैं मीरा तेरी दीवानी: प्रिया सिंह
Mai meera diwani: श्याम तेरी बंशी की अलग ही कहानी है,सारी गोपियाँ तेरी दीवानी है
Mai meera diwani: तू श्याम मेरा,मैं मीरा तेरी दीवानी
श्याम तेरी बंशी की अलग ही कहानी है,सारी गोपियाँ तेरी दीवानी है
सुध-बुध खो गयी हूँ
मैं बावरी-सी हो गयी हूँ
मैं “मैं”नहीं रही अब
“साँवरे” की हो गयी हूँ
तू श्याम है मेरा
मैं मीरा तेरी दीवानी हूँ।
श्याम तेरी बंशी की
अलग ही कहानी है
सारी गोपियाँ तेरी दीवानी है
तेरी प्रीत से राधा
अकेली जी लेती है
मैं तेरे नाम से
विष का प्याला पी लेती हूँ
तू श्याम है मेरा
मैं मीरा तेरी दीवानी हूँ।
गली-गली मैं खोज रही हूँ
बनकर विरहणी जोगिन
प्रीत में तेरी करताल बजाती
तो कभी तेरी कीर्तन गा रही हूँ
फिर भी मिला न मेरा मोहन
मैं अध्यात्म में जीवन बिता रही हूँ
प्रभु गोबिंद की गुण गा रही हूँ
तू श्याम है मेरा
मैं मीरा तेरी दीवानी हूँ।
दुनिया की प्रीत को छोड़
तुझसे ही प्रीत जोड़ी हूँ
खुद को सौंपकर तुझे कान्हा
मैं निज आकुलता को छोड़ी हूँ
तू श्याम है मेरा
मैं मीरा तेरी दीवानी हूँ।
★★★★★★★★★
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