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Live the memories: आज सोचा क्यों कुछ लिखा जाये ?? सोचता हूँ आज यादों को ही जिया जाये.

Ashish badal, Live the memories
आशीष बादल, हमीरपुर, उत्तर प्रदेश

इनमे से तो बहुत ऐसे लोग होते हैं जो शायद दोबारा नहीं मिल पाते हैं .
लेकिन कहीं ना कहीं दिल के कोने में (Live the memories) घर सा कर जाते हैं.

आज सोचा क्यों कुछ लिखा जाये??
सोचता हूँ आज यादों को ही जिया जाये.
यादें हमारी जिंदगी का अनूठा किस्सा हैं,
जो जिंदगी के किसी ना किसी पल का हिस्सा हैं.
पल तो हमारी जिंदगी में आ कर चले जाते हैं,
बस यादें ही हमें उन लम्हों की ((Live the memories) याद दिलाती हैं.
कभी ये यादें हँसाती हैं तो कभी रुलाती हैं,
दोस्ती हो या प्यार ये यादें तो बस दिल में बस जाती हैं. सबके साथ बिताये लम्हें अक्सर याद आते हैं,
फिर अकेले सोचते-सोचते धुंधली सी तस्वीर पड़ जाती है .
इनमे से तो बहुत ऐसे लोग होते हैं जो शायद दोबारा नहीं मिल पाते हैं .
लेकिन कहीं ना कहीं दिल के कोने में घर सा कर जाते हैं.
ये यादें ही तो हमें करीब रहना सिखाती हैं, और एक दूसरे के दिलों में हमेशा के लिए बसा के चली जाती हैं ..
और फिर आँखों में उन यादों के झरोखों को लिए,
पुरानी तस्वीर के साथ अतीत के पन्नों में ले जाती हैं..

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