कवयित्री प्राची कौशल की कविता (Daughter) बेटियां समय के तानेबाने पर सचोट चित्रण
पुत्र और पुरुष प्रधान समाज में महिलाएँ और हमारी बेटियों (Daughter) की बहुत ही अहमियत है। हालाकि समय के प्रवाह के साथ उनकी अहमियत को नजरअंदाज भी किया जा रहा है।
फिर भी आज ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो बेटियों एवं महिलाओं के महिमा गान से पीछे नही हटते। यहां प्रस्तुत है कवयित्री प्राची कौशल की (Daughter) इसी विषय पर ताजातरीन कविता।