पश्चिम रेलवे की 379 पार्सल विशेष ट्रेनो द्वारा 70 हज़ार टन अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन

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फोटो कैप्शन: पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर पार्सल स्पेशल ट्रेनों में लोडिंग गतिविधियों के विभिन्न दृश्य।

यह वास्तव में गर्व की बात है कि कोरोनावायरस महामारी के मद्देनज़र वर्तमान राष्ट्रव्यापी
आंशिक लॉकडाउन के सबसे कठिन समय में भी पश्चिम रेलवे सम्पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ देश की
हरसम्भव बेहतर सेवा कर रही है। दूध, दुग्ध उत्पाद, खाद्यान्न, जीवन रक्षक दवाइयाॅं, चिकित्सा उपकरण आदि जैसी कई अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन को पश्चिम रेलवे की पार्सल विशेष ट्रेनों द्वारा बखूबी सुनिश्चित किया जा रहा है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे ने अपनी 379 पार्सल विशेष ट्रेनों के ज़रिये 70 हजार टन अत्यावश्यक सामग्री परिवहन के एक और बड़े ऑंकड़े को पार कर लिया है, जो पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से देश के अन्य हिस्सों में पहुँचाई गई।
पश्चिम रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 23 मार्च से 4 जुलाई, 2020 तक,
पश्चिम रेलवे की 379 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से 70 हज़ार टन से अधिक वजन वाली
अत्यावश्यक वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, दवाइयाॅं, मछली, दूध आदि शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 22.38 करोड़ रु. रही। इस परिवहन के अंतर्गत इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 53 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 40 हजार टन का भार था। और वैगनों के100% उपयोग से लगभग 6.86 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार, विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 27 हजार टन से अधिक भार वाली 318 कोविद -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी चलाई गईं, जिनके लिए अर्जित राजस्व 13.77 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा 3534 टन तक भार वाले 8 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 1.76 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। 22 मार्च से 4 जुलाई, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 8274 रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 17.11 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया।16,245 मालगाड़ियों को अन्य क्षेत्रीय रेलों के साथ जोड़ा गया,
जिनमें 8130 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 8115 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया
गया। दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं जैसी आवश्यक सामग्री की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में पार्सल वैन / रेलवे दूध टैंकरों (आरएमटी) के 380 मिलेनियम पार्सल रेक भेजे गये। पश्चिम रेलवे द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन अवधि के दौरान विभिन्न समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का उपयोगी सिलसिला निरंतर जारी है। इनमें से एक पार्सल स्पेशल ट्रेन 5 जुलाई, 2020 को पालनपुर से कटक के लिए रवाना हुई।

लॉकडाउन के कारण नुक़सान और रिफंड अदायगी
कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल घाटा लगभग 1595 करोड़ रुपये रहा है,
जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 232.35 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 1362.59 करोड़ रुपये का नुक़सान शामिल है। इसके बावजूद, अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप, पश्चिम रेलवे ने 384.14 करोड़ रु की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। गौरतलब है कि इस रिफंड राशि में, अकेले मुंबई डिवीजन ने 182.50 करोड़ रुपये से अधिक की रिफंड अदायगी सुनिश्चित की है। अब तक, 58.94 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिये हैं, जो तदनुसार अपनी रिफंड राशि प्राप्त कर चुके हैं।


प्रदीप शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी,
पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद