India Squill: तालुओं की जलन दूर करता है जंगली प्याज: डॉ दीपक आचार्य
India Squill: पेशाब के साथ वीर्य जाने की शिकायत हो, उन्हें कम से कम एक कंद प्रतिदिन कुल 15 दिनों तक चबाने से फायदा होता है।
- वानस्पतिक नाम- Urgenia indica (अर्जीनिया इंडिका)
- कुल- लीलिएसी (Liliaceae)
- हिन्दी- जंगली प्याज, जंगली कांदा, कोली कांदा
- अंग्रेजी- इंडियन स्क्विल, सी प्याज (India Squill, Sea Piyaj) संस्कृत – वनापंदन, कोलकंदा, पूताकंदा, कटालू
हेल्थ डेस्क, 28 अप्रैल: India Squill: मध्य भारत के सतपुड़ा वनों में पाया जाने वाला यह पौधा औषधीय गुणों की खान है। जंगली प्याज के कंद साधारण प्याज की तरह ही दिखाई देते हैं। जंगली प्याज का वानस्पतिक नाम अर्जीनिया इंडिका है। जिन्हें पेशाब के साथ वीर्य जाने की शिकायत हो, उन्हें कम से कम एक कंद प्रतिदिन कुल 15 दिनों तक चबाने से फायदा होता है। जिन्हें किडनी से संबंधित समस्याएँ हो, उन्हें जंगली प्याज का कंद, ककड़ी के बीज, आँवला के फल, हर्रा और बहेड़ा के फलों की समान मात्रा बनाकर चूर्ण बना लेना चाहिए और प्रतिदिन लगभग आधा चम्मच दिन में दो बार लेना चाहिए, काफी आराम मिलता है।
जंगली प्याज (India Squill) के कंदों को कुचलकर रस प्राप्त कर लिया जाए और तालुओं पर लगाएँ तो जलन की समस्या का निवारण हो जाता है। अर्जुन छाल और जंगली प्याज के कंदों का चूर्ण समान मात्रा में तैयार कर प्रतिदिन आधा चम्मच दूध के साथ लेने से हृदय रोगों में हितकर होता है। पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार जिन महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म आता हो उन्हें लटजीरा (अपामार्ग) के बीजों और जंगली प्याज के कंद के चूर्ण की समान मात्रा का आधा चम्मच मिश्री या गुड़ के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए, माहवारी नियमित हो जाती है।
डाँग- गुजरात के हर्बल जानकारों के अनुसार जंगली प्याज (India Squill) की जड़ों को पीसकर काँटा चुभे भाग प लगाने से काँटा निकल जाता है और दर्द भी खत्म हो जाता है (साभार: आदिवासियों की औषधीय विरासत पुस्तक से )