Startup Mahakumbh

Startup Mahakumbh: स्टार्टअप महाकुंभ में देखने को मिली रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी

whatsapp channel
  • सृभी राज्यों से 3,000 से अधिक प्रतिनिधि, 3000 भावी उद्यमी और 50,000 व्यावसायिक आगंतुक इसमें सम्मिलित हुए

नई दिल्ली, 19 मार्चः Startup Mahakumbh: स्टार्टअप महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा और अपनी तरह का पहला स्टार्टअप आयोजन है, जिसमें रिकॉर्ड भागीदारी दर्ज की गई। यह महाकुंभ भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में सभी हितधारकों के लिए एक सजीव मंच के रूप में काम कर रहा है।

हितधारकों और विशेषज्ञों के संगम से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, कृषि प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, चिकित्सा प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटैलीजेंस, गेमिंग आदि जैसे उभरते क्षेत्रों को और विकसित करने में सहायता मिलने की आशा है। पूरे भारत में नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए इस कार्यक्रम में अग्रणी निवेशकों, नवप्रवर्तकों और महत्वाकांक्षी उद्यमियों की भागीदारी का एक अद्वितीय स्तर सामने आई है।

यह आयोजन देश भर से 2000 से अधिक स्टार्टअप, 1000 से अधिक निवेशक, 100 से अधिक यूनिकॉर्न, 300 से अधिक इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर, 3,000 से अधिक सम्मेलन प्रतिनिधि, 10 से अधिक देश के प्रतिनिधिमंडल, 3000 से अधिक भविष्य के उद्यमी और 50,000 से अधिक व्यावसायिक आगंतुकों की मेजबानी कर रहा है। इस आयोजन में सभी हितधारकों के बीच आगे बढ़ने और नेटवर्किंग पर जीवंत चर्चा देखी गई।

क्या आपने यह पढ़ा… Varanasi Shamshan Ghat: वाराणसी नगर निगम ने श्मशान घाटों पर रखी लकड़ियों को हटाने का दिया निर्देश

यह कार्यक्रम एसोचैम, नैसकॉम, बूटस्ट्रैप इनक्यूबेशन एंड एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआईई और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) के संयुक्त प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है। यह उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) स्टार्टअप हब (एमएसएच) और इन्वेस्ट इंडिया द्वारा समर्थित है।

स्टार्टअप महाकुंभ मंडप के प्रमुखों में बिहार, राजस्थान, मेघालय, कर्नाटक और केरल सहित राज्यों के सहयोग के साथ ज़ेरोधा और नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) शामिल हैं। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), ज़ोमैटो और एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीजीसी) द्वारा संचालित, स्टार्टअप महाकुंभ में इस आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश राज्य भागीदार राज्य है।

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के शिवसुब्रमण्यम रमन; प्रशांत प्रकाश, पार्टनर, एक्सेल; संजीव बिखचंदानी, संस्थापक, इन्फो एज; संजय नायर, संस्थापक, सोरिन इन्वेस्टमेंट्स; दीपक सूद, महासचिव, एसोचैम; अर्चना जहागिरदार, मैनेजिंग पार्टनर, रुकम कैपिटल, दीपक सूद, एसोचैम; देबजानी घोष, नैसकॉम; अनिल कुमार सागर, आईटी विभाग- उत्तर प्रदेश सरकार; रंजन आनंदन, पीक एक्सवी और रिकांत पिट्टी, सह-संस्थापक ईज़माइट्रिप सिडबी सहित कई महत्वपूर्ण हितधारक इसमें सम्मिलित हुए।

विशेष रूप से लेंसकार्ट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीयूष बंसल, सह-संस्थापक और सीएमओ अमन गुप्ता, बोट लाइफस्टाइल, आशीष हेमराजानी, बुक माई शो सहित प्रसिद्ध उद्योग दिग्गजों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव राजेश कुमार सिंह, जी-20 के शेरपा और नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत, डॉ. चिंतन वैष्णव, मिशन निदेशक, अटल नवाचार मिशन और अशोक झुनझुनवाला, प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास और जीईएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत कुमार सिंह ने स्टार्ट-अप के लिए विभिन्न सरकारी पहलों पर प्रतिभागियों के साथ बातचीत की।

आयोजन की कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:

  • मुख्य भाषण: प्रसिद्ध उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और नीति निर्माताओं ने सभा को संबोधित किया और भारत की आर्थिक वृद्धि तथा विकास में स्टार्टअप्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।
  • भविष्य उद्यमी दिवस: विद्यार्थियों के बीच उद्यमशीलता की भावना पैदा करने पर ध्यान देने के साथ, भविष्य उद्यमी दिवस पर देश भर के महाविद्यालयों और इनक्यूबेटर द्वारा चुने गए लगभग 3,000 व्यक्तियों के उद्यमिता की ओर झुकाव के लिए इकट्ठा होने की संभावना है।
  • 10 विषयगत मंडप: घटनाओं की विविधता और गहराई को प्रदर्शित करने के लिए- अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटैलीजेंस और एसएएस, फिनटेक, कृषि प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और औषधि, जलवायु प्रौद्योगिकी, गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स, डी2सी, बी2बी और मैन्युफैक्चरिंग, तथा इनक्यूबेटर्स विषय पर मंडप बनाए गए।
  • आकर्षक पैनल चर्चाएँ: विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ भारतीय स्टार्टअप के भविष्य और देश की आर्थिक वृद्धि में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत जानकारी से परिपूर्ण विषयों पर विचार प्रस्तुत करते हुए चर्चा में शामिल हुए हैं। स्टार्टअप्स में रचनात्मकता और व्यवधान को बढ़ावा देने की रणनीतियों, इकोसिस्टम के लिए अगला दशक कैसा दिखता है, स्टार्टअप्स बहु-पीढ़ी वाले व्यवसाय कैसे बना सकते हैं और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटैलीजेंस और एसएएस, जलवायु प्रौद्योगिकी, गेमिंग और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी आदि जैसे प्रमुख क्षेत्रों के लिए क्या अवसर हैं, इस पर सत्र आयोजित किए गए थे। इसके अतिरिक्त, स्टार्टअप कैसे वैश्विक स्तर पर अपने कारोबार को बढ़ा सकते हैं, इस पर समृद्ध सत्र आयोजित किए गए।
  • कार्रवाई योग्य कार्यशालाएँ: उपस्थित लोगों ने व्यावहारिक कार्यशालाओं, पिच प्रतियोगिताओं और एक मल्टी-ट्रैक सम्मेलन में भाग लिया, जो उन्हें प्रतिस्पर्धी स्टार्टअप दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से सुसज्जित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
  • नेटवर्किंग के अवसर: इस आयोजन ने निवेशकों, उद्यमियों और उद्योग के पेशेवरों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने, संभावित सहयोग और साझेदारी के लिए आधार तैयार करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया।
  • उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के अधिकारियों के साथ बातचीत: स्टार्टअप को समर्थन देने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी पहलों में मूल्यवान सुझाव प्रदान करना, जिसमें फंडिंग योजनाएं, मेंटरशिप कार्यक्रम और नियामक सुधार शामिल हैं।
  • स्टार्टअप प्रदर्शनियाँ: एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र में देश भर के होनहार स्टार्टअप्स द्वारा विकसित नवीन उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया। इस मंच ने स्टार्टअप्स और निवेशकों के बीच मूल्यवान बातचीत और संभावित सहयोग की सुविधा प्रदान की।
  • मेंटरशिप सत्र: अनुभवी उद्यमियों और निवेशकों ने महत्वाकांक्षी संस्थापकों को मूल्यवान परामर्श प्रदान किया, उन्हें मेंटरशिप क्लीनिकों में स्टार्टअप यात्रा को शामिल करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से सुसज्जित किया।
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें