Ambulance: गुजरात सरकार ने रात्रि कर्फ्यू में एंबुलेंस की सायरन को बन्द रखने का आदेश दिया
Ambulance: एंबुलेंस के सायरन से शांत वातावरण में बेचैनी पैदा हो जाती है. इतना ही नहीं सायरन की आवाज सुनने के बाद लोगों की परेशानी बढ़ जाती है.
अहमदाबाद, 18 अप्रैल: Ambulance: कोरोना संक्रमण के बढ़ते आतंक की वजह से अहमदाबाद की ज्यादातर कोरोना अस्पताल फुल हैं. अहमदाबाद की सड़कों पर एंबुलेंस का सायरन 24 घंटे सुनाई देता है. एंबुलेंस का सायरन नाइट कर्फ्यू के दौरान जब भी बजता है तो लोगों की घबराहट बढ़ जाती है. इसलिए अब गुजरात सरकार ने रात्रि कर्फ्यू में एंबुलेंस की सायरन को बन्द रखने का आदेश दिया
गुजरात में कोरोना पर काबू पाने के लिए राज्य के 20 शहरों में नाइट कर्फ्यू लागू है. ऐसे में सरकार ने हिदायत दी है कि अगर नाइट कर्फ्यू के दौरान ट्रैफिक की समस्या का एंबुलेंस (Ambulance) के चालक को सामना नहीं करना पड़ रहा है तो सायरन को बन्द कर दिया जाए. गुजरात में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के दैनिक मामले बढते ही जा रहे हैं हर दिन 9 हजार से ज्यादा केस दर्ज हो रहे हैं.
सरकार का मानना है कि रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू के दौरान रास्तों पर सन्नाटा छाया रहता है. ऐसे में एंबुलेंस (Ambulance) के सायरन से शांत वातावरण में बेचैनी पैदा हो जाती है. इतना ही नहीं सायरन की आवाज सुनने के बाद लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. इसलिए गुजरात सरकार ने 108 एंबुलेंस सहित निजी एंबुलेंस को रात में कर्फ्यू के दौरान सायरन नहीं बजाने का आदेश दिया है.
अहमदाबाद के सारे कोविड अस्पताल लगभग भर चुके है. मरीज बेड खाली होने का इंतजार कर रहे हैं.
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