लॉकडाउन के 100 दिनों में पश्चिम रेलवे द्वारा 372 पार्सल विशेष ट्रेनों के ज़रिये 68 हज़ार टन अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन

गतिविधियों के दृश्य
अहमदाबाद,02.07.2020 पश्चिम रेलवे ने राष्ट्र के प्रति अपनी सम्पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ, बड़े पैमाने पर यह सुनिश्चित करना जारी रखा है कि कोरोना महामारी के इस कठिन समय के दौरान देश भर में आवश्यक वस्तुऍं लगातार उपलब्ध कराई जाती रहें। पश्चिम रेलवे के लिए यह सम्मान की बात है कि सबसे ज़रूरी दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित विभिन्न अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करके राष्ट्र को अपनी महत्त्वपूर्ण सेवाएँ देने में यह हमेशा अग्रणी रही है । पश्चिम रेलवे ने 23 मार्च, 2020
को घोषित राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के 100 दिन 30 जून, 2020 तक पूर्ण होने की अवधि के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी टाइम टेबल्डपार्सल विशेष ट्रेनें चलाने का महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया, जिनका परिचालन निरंतर जारी है। इनमें से दो पार्सल स्पेशल ट्रेनें 1 जुलाई, 2020 को पश्चिम रेलवे से रवाना हुईं, जिनमें पोरबंदर से शालीमार और ओखा से गुवाहाटी के लिए चलाई गई पार्सल विशेष ट्रेनें शामिल हैं।
पश्चिम रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 23 मार्च से 30 जून, 2020 तक की लॉकडाउन के 100 दिवसों की शतकीय अवधि के दौरान 68 हज़ार टन से अधिक वजन वाली अत्यावश्यक वस्तुओं को पश्चिम रेलवे की 372 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में ले जाया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइया मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं । इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 21.89 करोड़ रु. रही है । इसके अंतर्गत इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा 51 दूध विशेष रेलगाड़ियाँ चलाई गईं, जिनमें 38 हज़ार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100% उपयोग से लगभग 6.59 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
इसी प्रकार, 26,500 टन से अधिक भार वाली 313 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके लिए अर्जित राजस्व 13.55 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 3534 टन भार वाले वाले इंडेंटेडरेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनसे 1.76 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। 22 मार्च से 30 जून, 2020 तक लॉकडाउन अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 7882रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 16.47 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है।15,503 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया है, जिनमें 7767 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 7736 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंजपॉइंटों पर ले जाया गया। पार्सलवैन/रेलवे मिल्कटैंकर (आरएमटी) के 373 मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं जैसे आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए भेजे गये।
लॉकडाउन के कारण नुक़सान और रिफंड अदायगी
कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान 1541 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 223.63 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1317.39 करोड़ रुपये का नुक़सान शामिल है । इसके बावजूद अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप, पश्चिम रेलवे ने 378.52 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है । गौरतलब है कि इस रिफंड राशि में, अकेले मुंबई डिवीजन ने 179.42 करोड़ रुपये से अधिक की रिफंड अदायगी सुनिश्चित की है। अब तक, 58.04 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर
अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त की है।
प्रदीप शर्मा
जनसंपर्क अधिकारी,
पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद,