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Yamuna water level: हरियाणा से 16 हजार क्यूसेक पानी आज दिल्ली पहुंचा: राघव चड्ढा

Yamuna water level: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली जल बोर्ड ने संघर्ष किया और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, आखिरकार दिल्ली वालों का संघर्ष सफल हुआ है- राघव चड्ढा

  • यमुना नदी का स्तर साढ़े सात फुट नीचे गिरकर 667 फुट पर आ गया था, अब वह वापस 674.5 फुट तक बढ़ गया है- राघव चड्ढा
  • दिल्ली जल बोर्ड अब फिर से अपनी अधिकतम क्षमता के बराबर जल शोधन कर लोगों के घरों तक पानी पहुंचा रहा है, दिल्ली में स्थिति पहले से अब बहुत बेहतर हो गई है- राघव चड्ढा

नई दिल्ली, 16 जुलाई: Yamuna water level: दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने वजीराबाद बैराज का निरीक्षण किया। हरियाणा से 16 हजार क्यूसेक पानी आज शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गया है। इस दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली जल बोर्ड ने संघर्ष किया और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। आखिरकार दिल्ली वालों का संघर्ष सफल हुआ है। दिल्ली के हक का पानी रोकने के मामले में हरियाणा सरकार के असली चेहरे का पर्दाफाश हुआ है।

पहले उन्होंने दिल्ली के हक का पानी रोका, जिसकी वजह से नदी सूख (Yamuna water level) गई थी और दिल्ली वालों का गला सूख गया था। अब संघर्ष के बाद नदी में दिल्ली के हक का पानी आया है। इससे नदी की प्यास बुझी है और दिल्ली वालों की प्यास भी बुझने जा रही है। दिल्ली के सभी जल शोधन संयत्र आज से अधिकतम क्षमता के साथ काम करेंगे। दिल्ली जल बोर्ड की ओर से रिकॉर्ड पानी का उत्पादन किया जाएगा, ताकि घरों तक साफ पानी पहुंचाया जा सके। राघव चड्ढा ने कहा कि यमुना नदी के माध्यम से हरियाणा से 16 हजार क्यूसेक पानी को दिल्ली पहुंचने में 3 दिन लगे हैं। दिल्ली तक आज पानी पहुंच गया है। यमुना नदी का स्तर साढ़े सात फुट नीचे गिरकर 667 फुट पर आ गया था।

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अब वह वापस 674.5 फुट तक बढ़ गया है। दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से लगातार पानी के स्तर की जांच भी हो रही। राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड अब फिर से अपनी अधिकतम क्षमता के बराबर जल शोधन कर लोगों के घरों तक पानी पहुंचा रहा है। दिल्ली में स्थिति पहले से अब बहुत बेहतर हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आखिरकार हरियाणा सरकार से दिल्ली वालों के हक का पानी ले ही लिया है। दिल्ली वालों के संघर्ष को सलाम करते हुए जीत के लिए बधाई देता हूं।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने शुक्रवार को वजीराबाद बैराज का निरीक्षण किया। हरियाणा से पानी आने के बाद हालात का जायजा लिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि वजीराबाद बैराज का आज निरीक्षण करने के लिए आए हैं। कुछ ही दिन पहले जब हम यहां आए थे तो सूखी हुई यमुना नदी दिखाई दे रही(Yamuna water level) थी। मैं इसी जगह पर खड़ा हुआ था और आप लोगों ने देखा कि मेरे पीछे रिवर बेड खाली था। यमुना नदी इतनी सूख गई थी कि यहां पर हॉकी और क्रिकेट जैसे खेल भी खेले जा सकते थे। नदी के पानी का स्तर बहुत कम हो गया था और दिल्ली वालों का गला भी सूख गया था। हमने कोर्ट के माध्यम से नदी का स्तर जाना था और पूरी यमुना नदी का निरीक्षण किया था।

राघव चड्ढा ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली जल बोर्ड ने संघर्ष किया और सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई कि दिल्ली वालों के हक का पानी हरियाणा सरकार दे। आखिरकार दिल्ली वालों का संघर्ष सफल हुआ, जिसके चलते हरियाणा सरकार ने आखिरकार दिल्ली के हक का पानी छोड़ दिया।

उन्होंने कहा कि यमुना नदी के माध्यम से 16 हजार क्यूसेक पानी को दिल्ली पहुंचने में 3 दिन लगे हैं। दिल्ली तक आज पानी पहुंच गया है। दिल्ली में यमुना नदी का स्तर साढ़े सात फुट नीचे गिर गया था। अब वह वापस साढ़े सात फुट ही ऊपर आ गया है। युमना का स्तर जो पहले 667 फुट हो गया था अब वह वापस 674.5 फुट तक बढ़ गया है।

दिल्ली जल बोर्ड अब फिर से अपनी अधिकतम क्षमता के हिसाब से जल शोधन करके लोगों के घरों तक पानी पहुंचा रहा है। दिल्ली में स्थिति पहले से अब बहुत बेहतर हो गई है। दिल्ली वालों के संघर्ष को सलाम करता हूं और जीत के लिए बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आखिरकार हरियाणा सरकार से दिल्ली वालों के हक का पानी ले ही लिया है। दिल्ली वालों का अधिकार वापस ले लिया है।

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हरियाणा सरकार रोजाना कम दे रही थी 120 एमजीडी पानी

दिल्ली हमेशा से पानी की आपूर्ति के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर रहा है। दिल्ली ने कई दशक पहले पड़ोसी राज्यों के साथ संधियां साइन की हैं। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, जिसके अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार गंगा नदी के जरिए, हरियाणा सरकार यमुना नदी के माध्यम से और पंजाब की सरकार भाखड़ा नागल से दिल्ली वालों को निर्धारित पानी देगी।

सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में तय किया था कि हरियाणा को इतना पानी रोजाना दिल्ली को देना है। उसी सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए हरियाणा सरकार 120 एमजीडी प्रतिदिन दिल्ली को नहीं दे रहा था। जिससे पानी प्लांटों की क्षमता 40 से 50 फीसदी तक कम होती जा रही थी।

दिल्ली में वजीराबाद पोंड पर यमुना नदी का स्तर 674.5 फीट होना चाहिए। जबकि अब यमुना का जल स्तर (Yamuna water level)घटकर 667 फीट पर आ गया था, यानि की पूरी नदी सूख गई थी।पानी कम मिलने की वजह से चंद्रवाल उपचार जल संयंत्र की क्षमता 90 एमजीडी से घटकर 55 एमजीडी, वजीराबाद प्लांट की 135 एमजीडी के घटकर 80 एमजीडी और ओखला प्लांट की 20 एमजीडी से घटकर 12 एमजीडी रह गई थी।