Nanotechnology to control bleeding: बी एच यू और आई आई टी के शोधार्थियों को मिला पेटेंट
Nanotechnology to control bleeding: रक्तश्राव को नियंत्रित करने हेतु नैनो तकनीक के प्रयोग को मिला भारत सरकार का पेटेंट

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 04 अप्रैल: Nanotechnology to control bleeding: बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के शोधार्थियों के संयुक्त शोध से महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है. इन वैज्ञानिकों को एक हेमोस्टेटिक पैच और इसके निर्माण की विधि के लिए पेटेंट मिला है, जो एक अभूतपूर्व समाधान है, जिसमे रक्तस्राव को नियंत्रित करने के लिए नैनो तकनीक के माध्यम से एक होमोजेनॉस पॉलीमर और एक आयुर्वेदिक औषधि का उपयोग किया गया है। यह पैच का उपयोग विभिन्न स्थितियों के लिए किया जा सकता है, जिसमें स्त्री रोग संबंधी असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव, प्रारंभिक गर्भावस्था रक्तस्राव और खुले घाव शामिल हैं।
यह प्रमाण पत्र पेटेंट कार्यालय, भारत सरकार द्वारा पेटेंट संख्या 564318, अनुदान की तिथि 28 मार्च के तहत प्रदान किया गया. इसकी प्रभावशीलता, सामर्थ्य और बेहद कम वजन इसके मुख्य लाभ हैं।

यह उपलब्धि नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाने और ऐसे समाधान बनाने में टीम के समर्पण का प्रमाण है जहां “आयुर्वेद प्रौद्योगिकी से मिलता है” जो स्वास्थ्य क्षेत्र पर सार्थक प्रभाव डालेगा। इस महत्वपूर्ण शोध को पूर्ण करने आविष्कारक दोनों संस्थानों के वैज्ञानिक हैं.
- प्रो. प्रलय मैती, स्कूल ऑफ मैटेरियल्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईआईटी, बीएचयू।
- डॉ. अनुराधा रॉय, प्रसूति तंत्र, आयुर्वेद संकाय, आईएमएस, बीएचयू।
- डॉ. बिनय सेन, द्रव्यगुण, आयुर्वेद संकाय, आईएमएस, बीएचयू।
- मलिक चौधरी, स्कूल ऑफ मैटेरियल्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईआईटी, बीएचयू।
- अमीषा, स्कूल ऑफ मैटेरियल्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईआईटी, बीएचयू।