puppet: कौन चाहता कठपुतली बनना

!! कौन चाहता कठपुतली बनना !! (puppet) puppet: जीवन एक अमुल्य रत्न है,जो न मिलती कभी दोबारा है,इस जीवन को जीने दो,स्वतंत्रता की दुनिया में,मत बनाओ कठपुतली किसी को। कौन … Read More

Khidkiya khul chuki: खिड़कियाँ खुल चुकी घर के, फाटक के भी…

 !! काफिरे नहीं उसकी !!(Khidkiya khul chuki) खिड़कियाँ खुल चुकी (Khidkiya khul chuki)घर के, फाटक के भीइतिहास पलटा बीती काल केकबीर देखा, तुलसी भीयथार्थ के पीछे छूटे तस्वीरइति रचा, स्वं … Read More

Ghunghat: घूँघट में अरमानों को छुपाए, बड़ों के आगे सर झुकाए..

!! घूँघट !!( Ghunghat) घूँघट (Ghunghat) में अरमानों को छुपाए, बड़ों के आगे सर झुकाएतुम हर दिन कल्पना से परे ना जाने कितना सहती होंपर मजाल है जो उफ़ भी … Read More

Dosti: इस ज़माने में ऐसी दोस्ती मिलती कहाँ है …

Dosti: जो हँसो आप तो ठहाकों की गूंज उसकी होगी, ख्वाहिशें आपकी और उसे पूरा करने की जिद्द उसकी होगी Dosti: इस ज़माने में ऐसी दोस्ती मिलती कहाँ है …जो … Read More

Kavya: मैं ढूंढ़ा उसे गर्दिशों में, ठहर गया मानो कोई

!! मैं ढूंढा !! (Kavya) Kavya: मैं ढूंढ़ा उसे गर्दिशों मेंठहर गया मानो कोईसाथ नहीं सहारा नहींजिस कदर में जातालोग ठुकरा जाते मुझेकिस तन्हा से कहूँ मैंकिस ओर जाने वोजिस … Read More

Mother toungue: मातृभाषा का सम्मान चाहते हो तो, गैर भाषाओं को सम्मान देना सीखो

!! मातृभाषा !! (Mother toungue) Mother toungue: हमारी मातृभाषा है हिन्दी,हमारी जन्म बोली है हिन्दी,हिन्दी को बुलंदी तक पहुंचाना ही,प्रथम कर्तव्य है हमारा। विद्वानों की देन है हिन्दी,भारत में ज्यादातर … Read More

Independence: एक मनुष्य की एक चाहत होती बस स्वाधीनता हमारी..

!! स्वाधीनता !! (Independence) Independence: एक मनुष्य की एक चाहतहोती बस स्वाधीनता हमारीकोई भी मनुष्य इस जगत मेंरहना चाहता नहीं दास्तां में । जीव, जंतु हो या फिर मनुष्यरहना चाहता … Read More

kya khyal hai: चांदनी रात हो, तेरा मेरा साथ हो…

क्या ख़्याल है….!!(kya khyal hai) kya khyal hai: चांदनी रात होतेरा मेरा साथ होलव भले कुछ ना कहेंआंखों से सारी बात होहसीं ये मुलाक़ात होमचले हुए जज्बात होनीले अम्बर के … Read More

Mai aaj ki Nari: मैं आज की नारी हूं, किसी के आगे क्यों झुकूं: प्रिया सिंह

!! नारी !!(Mai aaj ki Nari) Mai aaj ki Nari: अपनी ख्वाहिशों के बोझ तले,अपने मां बाप को क्यों दफ़न करू।मैं आज की नारी हूं, किसी के आगे क्यों झुकूं। … Read More

Bachpan: थोड़ी सी मनमानी कर, लो बच्चों सी नादानी कर लो

!! बचपन !! (Bachpan) Bachpan: थोड़ी सी मनमानी कर लोबच्चों सी नादानी कर लोसंतरे के बीज से पेट में,संतरे का झाड़ उग जायेगाइस बात पर फिर से यकीन कर लोख्वाहिशों … Read More