Earth day-2023: पृथ्वी पर ही जीवन है, बचा लें !

Earth day-2023: अपने दौड़ भाग भरे व्यस्त दैनिक जीवन में हम सब कुछ अपने को ही ध्यान में रख कर सोचते-विचारते हैं और करते हैं। हम यह भूल जाते हैं … Read More

Indian women: भारतीय महिलाओं का सामाजिक यथार्थ और चुनौतियाँ: गिरीश्वर मिश्र

Indian women: इस तथ्य के बावजूद कि महिलाएं हमारे समाज का एक अभिन्न अंग हैं और कई महिलाएं घर और बाहर विविध जिम्मेदारियों को निभा रही हैं, उनकी स्थिति और … Read More

Is suicide the only way: क्या आत्महत्या ही एक मात्र रास्ता?: ममता कुशवाहा

क्या आत्महत्या ही एक मात्र रास्ता है ? (is suicide the only way) अपनी हर समस्या/परेशानी को खत्म करने का ? “आत्महत्या” (is suicide the only way) शब्द सुनना और … Read More

Vijayadashami 2022: सर्व मंगल मांगल्ये….

Vijayadashami 2022: विजयादशमी’ का उत्सव लोक-मंगल के लिए शक्ति के आवाहन का भव्य अवसर है। यह अपने ढंग का अकेला त्योहार है जो शारदीय नवरात्र और भगवान श्री राम की … Read More

Literature for publication: प्रकाशनार्थ साहित्य का निकष है लोक मंगल: गिरीश्वर मिश्र

आचार्य रामचंद्र शुक्ल (4 अक्टूबर 1884-2 फरवरी 1941) का नाम एक सुखद आश्चर्य लगता है। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में उन्होंने मनो-भावों का एक अनुभवात्मक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया था और … Read More

India’s future: मानसिक ग़ुलामी से मुक्ति और भारत का भविष्य: गिरीश्वर मिश्र

स्वतंत्रता की भ्रामक चेतना में ग़ुलाम अपने आका की ख़ुशी में ही अपनी भी ख़ुशी देखता है. ग़ुलामी की सोच या मनोवृत्ति (माइंड सेट) संकुचित या प्रतिबंधित दृष्टि के साथ … Read More

Lord shri krishna: कर्मयोगी श्रीकृष्ण, जियो तो ऐसे जियोः गिरीश्वर मिश्र

Lord shri krishna: जिंदगी खेने की सारी कशमकश इन्हीं को लेकर चलती रहती है और आज की दुनिया में हर कोई कुंठा और तनाव से जूझता दिख रहा है और … Read More

Independent india: स्वतंत्र भारत में स्वराज की प्रतिष्ठा: गिरीश्वर मिश्र

Independent india: देश या राष्ट्र का भौगोलिक अस्तित्व तो होता है पर वह निरा भौतिक पदार्थ नहीं होता जिसमें कोई परिवर्तन न होता हो। वह एक गत्यात्मक रचना है और … Read More

आजादी को सहेजने के मायने: मोहित कुमार उपाध्याय

किसी भी राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए उस देश के नागरिकों का सशक्त होना पहली आवश्यक शर्त होती है क्योंकि कमजोर लोगों की सहायता से कोई भी देश विकास … Read More

कोरोना काल में स्त्री (female) विमर्श

आपदा में महिलाओं (female) के प्रति बढ़े अत्याचार ये सोचने पर विवश करते हैं कि महिलाओं के मानव अधिकारों का उल्लंघन कब तक जारी रहेगा? 21वीं सदी में आधी आबादी … Read More