Varanasi rajendra ghat sangeet

Ram Janmotsav Music Festival: काशी मे 32 वां राम जन्मोत्सव सांगीतिक महोत्सव संपन्न

Ram Janmotsav Music Festival: डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट पर राममय रात संगीत उत्सव मे, दर्जनों कलाकारों ने अपनी सुन्दर प्रस्तुति से श्रोताओं को रात भर बांधे रखा

  • वाराणसी मे गंगा तट के मुक्ताकाशीय मंच पर, 1992 मे रामनवमी पर राम मय रात की शुरुआत की थी पंडित मुन्नू प्रसाद पाण्डेय ने
  • जन्में अवध में राम मंगल गाओ रे, भजन, गायन, वादन और नृत्य की हुई आकर्षक प्रस्तुति
whatsapp channel

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 17 अप्रैल:
Ram Janmotsav Music Festival: काशी के सांस्कृतिक पुरुष और रम्भा अख़बार के संपादक स्वर्गीय मुन्नू प्रसाद पांडेय द्वारा स्थापित, वाराणसी संघ के तत्वावधान में रामनवमी के अवसर पर, राजेन्द्र प्रसाद घाट पर 32 वीं राममय रात संपन्न हुई . प्रारंभ मे भगवान श्री राम के चित्र पर माल्यार्पण व दीप जला कर भव्य आरती, उपस्थित अतिथि गण पदमश्री डा शिवनाथ मिश्रा, देवब्रत मिश्र, लाला राम किशुन गुप्ता, सुधीर कुमार रस्तोगी, डा.कैलाश सिंह विकास, सुरेश प्रसाद पाण्डेय ने किया।

भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पौत्र आफाक हैदर खान के शहनाई पर रामधुन की प्रस्तुति से रामभय रात का शुभारंभ हुआ।

यह भी पढ़ें:- 171 years of Central Railway: मध्य रेल के 171 वर्षों की शानदार गौरवशाली यात्रा पर एक नजर

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ रे…. भजन पल्लवी पाण्डेय ने गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से चर्चित भजन गायक डा विजय कपूर, डा माधवी सिंह, और अन्तर्राष्ट्रीय सितारवादक पं देवब्रत मिश्र और उनके शिष्यों ने रामधुन पर आकर्षक सितारवादन कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया. संस्कृति शर्मा ने श्री राम भव नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

भजन गायक राकेश तिवारी, राजन तिवारी, कमलेश पाण्डेय,जया पाण्डेय, सरोज वर्मा,सुमन अग्रहरि,सरोज वर्मा, के गायन ने खूब तालियां बटोरी। गुड्डू हंगामा, शौर्य गुप्ता का डांस मनमोहक रहा।

कार्यक्रम का संचालन संचालन डा अशोक सिंह, संयोजन सुरेश प्रसाद पाण्डेय, धन्यवाद प्रकाश पुरुषोत्तम मिश्रा ने किया। आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से सर्वश्री राजेंद्र दूबे, सिद्धनाथ शर्मा, नरोत्तम शिल्पी की प्रमुख भूमिका रही.
अयोध्या मे भगवान राम लला के भव्य मंदिर निर्माण के पश्चात, यह प्रथम राम नवमी का अवसर था. काशी मे 1992 से प्रत्येक राम नवमी पर, प्रभु राम के जन्मोत्सव को एक लोक महोत्सव बनाने की शुरुआत पंडित मुन्नू प्रसाद पाण्डेय ने की थी. उनके इस कार्यक्रम को काशी के संगीतकार, साहित्यकार, पत्रकार और विशिष्ट जनों का यथा संभव सहयोग हमेशा मिलता रहा.

देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें