Map solution week

Map Solution Week: वाराणसी विकास प्राधिकरण में शुरू हुआ नक्शा समाधान सप्ताह

Map Solution Week: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की चतुर्दिक काया कल्प हो रहा है

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 16 अगस्त: Map Solution Week: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की चतुर्दिक काया कल्प हो रहा है। एक ओर जहाँ कई निर्माण कार्य चल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आम जनता को सहूलियत प्रदान करने की दिशा मे भी कई कार्य शुरू हो रहें हैं। ऐसा एक अभिनव पहल की शुरुआत वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने की।

आम जनता की सुविधा हेतु प्राधिकरण मे आज से नक्शा समाधान सप्ताह की शुरुआत की गयी। इसके माध्यम से लोगों को भवन निर्माण के पूर्व नक्शा पास कराने हेतु अनावश्यक भाग दौर से मुक्ति मिलेगी। साथ ही प्राधिकरण की आय मे भी वृद्धि होगी।

प्राधिकरण में जन-सामान्य को शमन मानचित्र जमा करने हेतु तथा भवनों पर उत्तर प्रदेश नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम-1973 की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत की गयी कार्यवाही की सुनवाई हेतु सामान्यतः प्राधिकरण कार्यालय का भ्रमण करना पड़ता है। उक्त के अतिरिक्त ऑनलाईन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम (UPOBPAS) में आवेदित मानचित्रों में कतिपय त्रुटियों के कारण प्राधिकरण द्वारा शॉर्टफाल रेज किया जाता है, जो आर्किटेक्ट/इंजीनियर के माध्यम से आवेदक द्वारा त्रुटियों को दूर कराकर पुनः अपलोड किया जाता है। अधिकांश प्रकरणों में प्राधिकरण / अन्य विभागों की अनापत्ति तथा मानचित्र को प्री-डी.सी.आर. फॉर्मेट में परिवर्तित करने से संबंधित त्रुटियां परिलक्षित होती है।

शमन मानचित्र / ऑनलाइन मानचित्र के निस्तारण हेतु उक्त प्रक्रिया को सरल बनाने तथा त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शमन मानचित्रों/ऑनलाइन मानचित्रों के प्राधिकरण स्तर / ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम (UPOBPAS) सॉफ्टवेयर से सम्बन्धित त्रुटियों / कठिनाइयों के तत्काल / समयबद्ध निस्तारण हेतु 16 अगस्त से 21 अगस्त तक प्राधिकरण द्वारा प्रथम तल पर स्थित सभागार में ‘‘नक्शा सप्ताह” कैम्प आयोजन किया जा रहा है। आज उपाध्यक्ष महोदया के नेतृत्व कैम्प का शुभारंभ किया गया।

इस ‘‘नक्शा सप्ताह” कैंप के प्रथम दिवस में उपाध्यक्ष ईशा दूहन एवं सचिव सुनील वर्मा स्वयं सम्पूर्ण कैम्प अवधि में उपस्थित रहे। प्रभारी अधिकारी (मानचित्र), प्रभारी अधिकारी (भवन), समस्त वार्डों के जोनल अधिकारी, सहायक अभियंता (मानचित्र), समस्त अवर अभियंता(प्रवर्तन), समस्त अवर अभियंता (मानचित्र), समस्त वार्ड लिपिक, विन्यास लिपिक, नियोजन अनुभाग, अवाप्ति/सीलिंग अनुभाग, सम्पत्ति, विधि के समस्त संबन्धित कार्मिक सम्पूर्ण कैम्प अवधि में कैम्प स्थल पर उपस्थित रहे।

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कैम्प में पूर्व में जमा समस्त शमन मानचित्रों की पत्रावलियों पर संबन्धित अनुभाग को आख्या अंकित करने तथा अवर अभियंता द्वारा गणना इत्यादि कर पत्रावलियों को निर्णयार्थ / स्वीकृतार्थ अग्रसारित किया गया। उक्त के अतिरिक्त नए शमन मानचित्रों को जमा करने हेतु कैम्प में उपस्थित सम्बन्धित कार्मिक द्वारा तत्काल प्लान फीस इत्यादि की गणना कर पक्ष को अवगत कराया गया तथा पक्ष द्वारा धनराशि जमा करने हेतु बैंक स्क्रौल / पी.ओ.एस. के माध्यम से तत्काल कैम्प स्थल पर ही धनराशि जमा करायी गयी।

आज प्रथम दिवस पर कैम्प में कुल 121 आवेदक उपस्थित हुये, 55 नोटिस प्रकरणों की सुनवाई की गयी तथा 68 एनओसी विभिन्न अनुभागों द्वारा जारी की गयी। कुल 05 नए शमन मानचित्र आवेदन जमा हुये तथा 12 पूर्व में जमा मानचित्र आवेदनों को स्वीकृत किया गया, जिसमें कुल रु. 3.50 करोड़ का शमन शुल्क लगाया गया, विभिन्न आवेदकों द्वारा प्रथम दिवस में रु. 21 लाख का शमन शुल्क प्राधिकरण कोष में जमा किया गया।

कैंप की सफलता से उत्साहित उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने बताया कि यह कैंप पूरे सप्ताह प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से सायंकाल 5.00 बजे के मध्य आहूत किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा समस्त आम जनमानस एवं आवेदकों से अपील की जाती है कि उपरोक्त “नक्शा सप्ताह” कैंप का अधिक से अधिक लाभ उठाए तथा प्रत्येक दशा में मानचित्र स्वीकृत कराकर ही स्वीकृति के अनुसार निर्माण करें।

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