International Seminar in IIT BHU

International Seminar in IIT BHU: रिवर हेल्थ: एसेस्मेंट टू रेस्टोरेशन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में ख्याति प्राप्त रिवर वैज्ञानिकों का व्याख्यान

International Seminar in IIT BHU: सम्मेलन का उदघाटन स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री, जल शक्ति मंत्रालय, मुख्य अतिथि द्वारा बीएचयू परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन में किया गया

वाराणसी, 16 अक्टूबर: International Seminar in IIT BHU: आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी में स्वच्छ नदियों पर इंडो-डेनिश स्मार्ट प्रयोगशाला (एसएलसीआर) विशेष सत्र के साथ, रिवर हेल्थ: एसेस्मेंट टू रेस्टोरेशन (आरएचएआर), 2023 पर तीसरा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का उदघाटन स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री, जल शक्ति मंत्रालय, मुख्य अतिथि द्वारा बीएचयू परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन में किया गया।

कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि के रूप में रॉयल डेनिश दूतावास के राजदूत फ्रेडी स्वेन थे। यह आयोजन कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के लिए नदी स्वास्थ्य संरक्षण के संबंध में अपने विचारों को साझा करने का एक सफल मंच साबित हुआ। प्रतिनिधियों और विशेषज्ञों ने दुनियाभर से नदी स्वास्थ्य कायाकल्प और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में अपने विचार, अनुभव, केस स्टडी प्रस्तुत किए।

उदघाटन समारोह में सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता अशोक कुमार सिंह, जी. अशोक, महानिदेशक, एनएमसीजी, प्रो. एस. मंडल, विभागाध्यक्ष, सिविल विभाग, आईआईटी (बीएचयू), प्रो. पी.के. सिंह, प्रोफेसर और आरएचएआर 2023 के संयोजक उपस्थित थे। समारोह का आयोजन समिति द्वारा किया गया था,जिसमें आईआईटी (बीएचयू) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. अनुराग ओहरी और डॉ. शिशिर गौड़ भी शामिल थे।

प्रारंभ में महामना के सम्मान और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद स्वच्छ गंगा संकल्प और कुलगीत हुआ. प्रो. सिंह ने सम्मेलन की कार्यवाही के बारे में प्रकाश डाला. आचार्य एस. मंडल ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने नदियों को बचाने के महत्व और इसमें नागरिकों, सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

अवसर पर जी. अशोक ने सामाजिक और औद्योगिक संगठनों के समर्थन के साथ-साथ विशेषज्ञों, अनुसंधान व्यक्तियों और शिक्षाविदों के निरंतर समर्थन से देश में जल संसाधनों के प्रबंधन में एनएमसीजी की भूमिका और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

सम्मानित अतिथि, स्वेन ने सम्मेलन में भाग लेने पर अपनी खुशी व्यक्त की और नदियों को पुनर्जीवित करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, औद्योगिक विशेषज्ञों और राजनेताओं के बीच अधिक सहयोग की आशा व्यक्त की।

मुख्य अतिथि मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने राष्ट्र में शिक्षा की आवश्यकता और महत्व एवं भविष्य में स्थायी लक्ष्य प्राप्त करने में यह देश को कैसे लाभान्वित कर सकता है, के बारे में बताया। उन्होंने राष्ट्र के वर्तमान उपलब्ध जल संसाधनों के प्रबंधन में वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को धन्यवाद दिया। सिंह ने कुछ प्रमुख बातें बताईं, जिससे नागरिक एक-दूसरे के प्रति अधिक सामंजस्यपूर्ण दृष्टिकोण अपना सकते हैं।

धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनुराग ओहरी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि यह सम्मेलन भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों के लिए लाभप्रद होगा। अतिथियों को मोमेंटो एवं शॉल भेंट किया गया।

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